सार
अजमेर. खबर राजस्थान के अजमेर जिले से है। जहां दौराई रेलवे स्टेशन पर पटरी पार करने के दौरान एक महिला की मौत हो गई। कल दोपहर में हुए इस घटनाक्रम के बाद आज अंतिम संस्कार किया गया है और इस घटना के बाद से ही परिवार सदमे में है । मामले की जांच कर रही रामगंज पुलिस ने बताया अजमेर-ब्यावर रेल लाइन पर कल दोपहर में 40 साल की इशरत परवीन अपने तीन बच्चों साजिया, ईमान और शहिता को स्कूल से लेकर लौट रही थी । वह खुद भी मदरसा पैराटीचर थी। तीनों बच्चे मां का इंतजार करते हुए पटरी के उस तरफ खड़े थे। मां ने उन्हें दूर से ही इशारा कर दिया था और वे वहीं रुके हुए थे ।
बच्चे के आंसू देख मां सामने से आ रही मौत भी भूल गई
इशरत अपने स्कूटर पर थी । स्कूटर खड़ा कर वह रेल लाइन पार करने के बाद बच्चों की तरफ जा रही थी। बच्चों की ओर जाते हुए इशरत यह भी भूल गई की दूसरी ओर से सुपर फास्ट ट्रेन आ रही है। इशरत ने जैसे ही पटरी पर पैर रखा सुपरफास्ट ट्रेन ने इशरत को भयंकर टक्कर मारी। टक्कर इतनी तेज थी कि इशरत के शरीर के कई टुकड़े हो गए ।
मां की लाश देख बिलख पड़े मासूम बच्चे
उधर दूसरी ओर खड़े हुए बच्चे अपनी मां को इस हालत में देख स्तब्ध रह गए। बेटी ने पिता को फोन करके इसकी सूचना दी। परिवार के लोग मौके पर पहुंचे । पुलिस भी मौके पर आ गई। कल शाम तक जैसे तैसे शव को बटोरा गया और उसके बाद मुर्दाघर में रखवाया गया । आज इशरत का अंतिम संस्कार किया गया है। रामगंज थाना पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल कर रही है ।
पति बोला-पहली बार बीवी को भेजा और पहली बार में ही उसे खो दिया
इशरत परवीन के पति महबूब मंसूरी ने पुलिस को बताया वह खुद बच्चों को लेने और छोड़ने जाता है । कल दोपहर भी वह बच्चों को लेने जा रहा था , लेकिन तभी पत्नी का फोन आया उसने कहा कि वह मदरसे से जल्दी निकल गई है और बच्चों को लेते हुए आ जाएगी। महबूब ने अपनी पत्नी इशरत को कहा था कि पटरियों को देखकर पार करे, लेकिन मौत उसका इंतजार कर रही थी। पहली बार ही उसने पत्नी को भेजा था और पहली बार में ही पत्नी को खो दिया।
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