सार
राजस्थान के अलवर शहर से सावन में सड़क हादसे हुआ। शायद यह पहला रोड एक्सीडेंट होगा जिसमें कावड़ लेने जा रहे 25 भक्त वाहन के नीचे दबे हो लेकिन किसी की भी जान नहीं गई। वहीं हादसा देख पुलिस बोली लग रहा था कई मौतें हो गई होंगी लेकिन सब बचे।
अलवर (alwar News). खबर राजस्थान के अलवर जिले से है। भगवान भोलेनाथ के लिए कावड़ लेने जा रहे परिवार और गांव के लोगों की जान जाते जाते बची। जिस गाड़ी में वे लोग सवार थे वह गाड़ी पलट गई। बच्चे, महिलाएं और पुरुष गाड़ी के नीचे दबे रहे। जब तक उनको मदद मिल पाती तब तक वे चीखते चिल्लाते रहे। आखिर मदद मिली और सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस बोली हादसा इतना खतरनाक था कि लग रहा था कई मौतें हो सकती है, गनीमत रही एक भी जान नहीं गई। हांलाकि सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अलवर में कवाड़ ले जा रहे भक्तों पर हुई शिव जी की कृपा
पुलिस ने बताया कि अलवर जिले से होकर गुजरने वाले भिवाड़ी मेगा हाइवे के पास तिजारा मोड पर यह हादसा देर रात हुआ। कुछ किलोमीटर दूरी पर स्थित गोकुलपुरा की ढाणी गांव में रहने वाले पच्चीस से ज्यादा लोग एक ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर झिरका फिरोजपुर जा रहे थे। वे डाक कांवड लेने जा रहे थे। लेकिन गांव से निकलने के बाद जब ट्रैक्टर हाइवे पर आया तो अचानक एक वाहन को बचाने के चक्कर में ट्रैक्टर चालक संतुलन खो बैठा और ट्रैक्टर सड़क से नीचे उतरकर कच्चे में पलट गया। वहां करीब एक से डेढ घंटा तक सभी सवारियां ट्रैक्टर के नीचे दबी रहीं , बाद मे सभी को निजी वाहनों और एंबुलेंस की मदद से तिजारा अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर सभी का इलाज जारी है। करीब पांच लोग गंभीर घायल हैं। बाकि लोग खतरे से बाहर हैं।
गांव की महिलाओं ने कहा कि इतना बड़ा हादसा हुआ, लगा था कि अब नहीं बचेंगे। लेकिन भोलेनाथ ने बचा लिया। जो भी लोग कांवड लाने में सक्षम होंगे उनको लेकर हम फिर से कावड लेने जाएंगे। भोलेनाथ ने सभी को नया जीवन दिया है।
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