सार

राजस्थान के भरतपुर से दुखद खबर है। यहां 21 साल के विष्णु ने सुसाइड कर लिया, वह दिल्ली पुलिस और रीट की परीक्षा की तैयारी भी कर रहा था। लेकिन उसने शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले ही मौत को गले लगा लिया।

भरतपुर (राजस्थान). माता पिता के लिए बच्चों से बड़ा शायद की दुनिया में कुछ होता हो , लेकिन कई बार बच्चे अपनी कुछ गलतियों के कारण माता-पिता को जीवन भर का दुख दे जाते हैं । इसी तरह का दुख 21 साल के विष्णु ने अपने माता-पिता को दिया है। वह अपने घर से निकला था । 2 साल में कुछ बन कर वापस लौटने के लिए माता-पिता को उसने वादा किया था , लेकिन समय पूरा होने से पहले ही उसने हार मान ली। घर तो वह लौटा लेकिन लाश बनकर। इस पूरे घटनाक्रम की जांच भरतपुर जिले की मथुरा गेट थाना पुलिस कर रही है ।

शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले लगाया मौत को गले

पुलिस ने बताया कि 21 साल के विष्णु ने सुसाइड कर लिया, वह अपने दोस्त के साथ रूम शेयर करके रहता था। वह दिल्ली पुलिस की तैयारी कर रहा था, साथ ही रीट की परीक्षा की तैयारी भी कर रहा था । शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले दी जाने वाली परीक्षा, जिसे रीट कहा जाता है, उसका कुछ समय पहले ही उसने एग्जाम दिया था। लेकिन वह उसमें पास नहीं हो सका था। वह फिर से उसकी तैयारी कर रहा था । इसके साथ ही वह दिल्ली पुलिस की भी तैयारी कर रहा था।

एक दोस्त के साथ कमरे में रहता था स्टूडेंट

दोनों दोस्त एक ही कमरे में ठहरे थे और दोपहर के समय अक्सर दोनों नजदीक ही स्थित लाइब्रेरी में जाकर पढ़ाई करते थे। विष्णु भी अपने दोस्त के साथ लाइब्रेरी में जाकर पढ़ाई करता था। लेकिन कल उसने ऐसा नहीं किया । उसका दोस्त लाइब्रेरी में चला गया । उसने कहा कि वह कुछ देर में आ रहा है । बाद में जब शाम को दोस्त घर लौटा तो विष्णु फंदे से लटका हुआ था ।

डायरी में लिखा-विष्णु तूने अपनी जिंदगी खुद ही खराब कर ली

शव के पास एक डायरी रखी हुई थी, उसमें लिखा था कि विष्णु तूने अपनी जिंदगी खुद ही खराब कर ली है। तूने किसी का कभी आदर नहीं किया , ना ही कभी किसी का सम्मान किया है। इसलिए धिक्कार है तेरे जीवन पर.. तू जीने के लायक नहीं है। इसके अलावा कुछ अन्य बातें भी उसके डायरी में लिखी हुई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो सामने आया कि विष्णु डिप्रेशन में था ।

माता-पिता का वादा पूरा करने से पहले मौत

पुलिस ने कहा कि इस तरह इस तरह की शब्दावली डिप्रैस व्यक्ति ही लिख सकता है। फिलहाल विष्णु के शव को उसके गांव पहुंचाया गया है। परिवार का रो रो कर बुरा हाल है । विष्णु 21 साल का था। उसके माता-पिता से उसने जो वादा किया था, वह वादा दिसंबर 2023 तक पूरा होना था। लेकिन इससे पहले ही विष्णु ने हार मान ली।

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