सार

भीलवाड़ा में वन विभाग ने कोबरा सांप की तस्करी के मामले का खुलासा किया है, जिसमें जहर की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। गिरफ्तार लोगों में वन विभाग के पूर्व कर्मचारी और सांप रेस्क्यू टीम शामिल हैं।

कोबरा सांप की तस्करी। भीलवाड़ा में कोबरा सांप की तस्करी का मामला सामने आया है, जिसमें वन विभाग और सपेरों के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। हाल ही में भीलवाड़ा में वन विभाग को बुरी हालत में एक कोबरा सांप मिला था। उसके दांत टूटे हुए थे और साथ में जहर की थैली भी बरामद मिली। इसके साथ ही कुछ जड़ी-बूटियां भी मिली हैं, जिनका इस्तेमाल तस्करी में किया जा सकता है।

वन विभाग ने कोबरा सांप की तस्करी की आशंका के चलते कई लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में वन विभाग के पूर्व कर्मचारी और सांपों का रेस्क्यू करने वाली टीम शामिल हैं। इस दौरान कोटा और हरियाणा से भी कुछ सपेरों को हिरासत में लिया गया है। जांच के दौरान पता चला है कि कोबरा सांप के जहर की कीमत 3-4 करोड़ रुपए तक हो सकती है, जिससे यह तस्करी का एक बड़ा कारण बन गया है।

किस चीज में होता है कोबरा सांप के जहर का यूज?

जहर की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, कोबरा सांप के जहर का मुख्य इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। नशे के लिए यूज करने से पहले, जहर में कुछ रसायन मिलाए जाते हैं ताकि इसका असर कम किया जा सके और मौत का खतरा टाला जा सके।

एलविश यादव भी सांप के चक्कर में हुए थे अरेस्ट

उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर्सनालिटी एलविश यादव को सांपों के जहर की तस्करी मामले में अरेस्ट किया गया था । उसके बाद कई बड़े खुलासे हुए थे। इस पूरे घटनाक्रम के बारे में भीलवाड़ा पुलिस अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। जांच को बड़े स्तर पर ले जाने की तैयारी की जा रही है।

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