सार
राजस्थान में पीएम मोदी द्वारा 3 महीने में दो समाजों को साधने के बाद भी, ना देवनारायण कॉरिडोर बना ना आदिवासियों के मानगढ़ धाम को मिला संरक्षण। अब इसके बाद यही सवाल उठता है कि आखिर क्या चाह रहे हैं प्रधानमंत्री ? हालाकि इस साल बहुत कुछ घटना बाकी।
भीलवाड़ा ( bhilwara). 3 महीने में दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी समय के लिए राजस्थान आए। इन दोनों सभाओं में उन्होंने अलग-अलग समाज के लाखों लोगों को संबोधित किया है, लेकिन उसके बावजूद भी समाज के लोगों को वह सब कुछ नहीं मिल सका जिसके लिए उनको इंतजार था, फिर चाहे आदिवासियों का मानगढ़ धाम हो या फिर गुर्जर समाज के लोगों का देवनारायण कॉरिडोर।
क्यों नहीं की पीएम ने दोनो बार घोषणा
पीएम मोदी के प्रदेश के विदा होने के बाद एक ही सवाल सामने आता है कि आखिर इन दोनों बड़े मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री ने चुप्पी क्यों साध ली है इस बारे में फिलहाल कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है, लेकिन संभावना यही जताई जा रही है कि राजस्थान में इस साल चुनाव होने हैं और चुनाव से पहले यह साल बेहद उठापटक वाला रहने वाला है ।
मानगढ़ धाम के संरक्षण की नहीं की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवंबर में राजस्थान के डूंगरपुर में स्थित आदिवासियों के धाम मानगढ़ आए थे। मानगढ़ धाम को लेकर बड़ी घोषणा करने की चर्चाएं चल रही थी। कई राज्यों के आदिवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने आए थे, लेकिन उसके बावजूद भी प्रधानमंत्री ने मानगढ़ धाम को लेकर किसी तरह की कोई घोषणा नहीं की। धाम को स्मारक बनाने की मांग थी। प्रधानमंत्री ने आदिवासियों के बलिदान को याद किया और उसकी प्रशंसा की, लेकिन उन्होंने किसी तरह की बड़ी घोषणा नहीं की।
पिछली यात्रा वाला घटनाक्रम आज भी दोहराया
यही घटनाक्रम आज देखने को मिला। आज नौ राज्यों के गुर्जर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने आए थे, यही अंदाजा लगाया जा रहा था कि देवनारायण भगवान के जन्मोत्सव पर देवनारायण कॉरिडोर बनाने की घोषणा की जा सकती है। लेकिन अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने इस और किसी भी तरह के कोई संकेत नहीं दिए। भगवान देवनारायण, राजस्थान और भारत पर बोलने के बाद भी वे विमान से दिल्ली जाने के लिए तैयार हो गए। दोपहर 3:00 बजे उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने का प्रोग्राम प्रस्तावित था।
अब पीएम के विदा होने के बाद दोनों समाज के लोग यही कयास लगा रहे हैं कि आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से राजस्थान आएंगे और जो सौगात बाकी चल रही है वह सौगात दोनों समाज को मिल सकेगी।
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