सार
राजस्थान के भीलावाड़ा के बहुचर्चित कोयला भट्टी कांड में आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान फैसला किया है। कोर्ट ने 470 पेज की चार्ज शीट और 40 से ज्यादा गवाहों की गवाही के बाद आज इस केस में फैसला सुनाया है । 10 महीने तक लगातार इस केस की सुनवाई चली।
भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में 2 अगस्त 2023 को 13 साल की लड़की के साथ दरिंदगी की हदें पार की गई थी । आरोप था पांच लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया और उसके बाद उसे जिंदा ही कोयला बनाने वाली भट्टी में फेंक दिया। उसके जो अंग बच गए उन्हें फिर से बाहर निकाला और उन्हें काटकर एक प्लास्टिक के बोरे में भरकर नदी में फेंक दिया । लड़की जब घर नहीं पहुंची तो मां-बाप ने उसकी तलाश की । तब जाकर इस भयंकर कांड का खुलासा हुआ था। यह भीलवाड़ा जिले के शाहपुर इलाके में स्थित कोटडी थाना क्षेत्र का मामला था।
भीलवाड़ा कोर्ट ने 9 में से सात आरोपियों को बरी कर दिया
भीलवाड़ा जिले की पॉक्सो कोर्ट ने 470 पेज की चार्ज शीट और 40 से ज्यादा गवाहों की गवाही के बाद आज इस केस में फैसला सुनाया है । 10 महीने तक लगातार इस केस की सुनवाई चली। कोर्ट ने 9 में से सात आरोपियों को बरी कर दिया है । बाकी बचे हुए दो अन्य आरोपियों की सजा पर भी फैसला सुरक्षित रखा है। उनका क्या सजा दी गई है इस बारे में फिलहाल कोर्ट ने फैसला नहीं सुनाया है।
दिल्ली की तरह ही राजस्थान के इस तंदूर - भट्टी कांड
दिल्ली की तरह ही राजस्थान के इस तंदूर - भट्टी कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था । देश के कई राज्यों से राजनीतिक दलों के नेताओं ने राजस्थान में दौरा किया था। 13 साल की बच्ची जो बकरियां चराने जंगल की तरफ गई थी , उसे भट्टी में कोयला बनाने वाले लड़कों ने अगवा किया था । रिपोर्ट लिखाई गई थी आरोपियों के पिता ने भी लड़की के साथ रेप किया और उसके बाद उसे जीवित ही भट्टी में फेंक दिया । उसकी मौत होने के बाद उसके बॉडी के टुकड़े कर उन्हें ठिकाने लगाने के लिए आरोपियों की मां और बहन ने मदद की थी। इन सभी आरोपियों के नाम मुकदमे में दर्ज कराए गए थे। दिल्ली से महिला आयोग की टीम ने भी भीलवाड़ा में कई दिनों तक डेरा डाला था। लेकिन इस मामले में अब 9 में से सात आरोपी बरी कर दिए गए हैं।