चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर में दानपात्र से 21.65 करोड़ रुपये निकले हैं! दान की गिनती अभी भी जारी है और हर दिन रिकॉर्ड टूट रहा है। भक्तों की आस्था देखने लायक है।

चित्तौड़गढ़। मेवाड़ की आस्था का प्रतीक श्री सांवलिया सेठ मंदिर एक बार फिर श्रद्धालुओं की अटूट भक्ति और दान के नए कीर्तिमान के लिए चर्चा में है। मंदिर में हाल ही में खुले दानपात्र की गिनती के चौथे चरण तक कुल 21 करोड़ 65 लाख 50 हजार रुपए की राशि सामने आ चुकी है। यह आंकड़ा न केवल मंदिर की लोकप्रियता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भक्तों की श्रद्धा दिनों-दिन गहराती जा रही है।

पांच दिन से चल रही है चढ़ावे की गिनती

दानपात्र की गिनती 26 अप्रैल से शुरू हुई थी, जिसमें पहले ही दिन 10 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड राशि गिनी गई थी। इसके बाद 28, 29 और 30 अप्रैल को लगातार दान की गिनती होती रही। बुधवार को चौथे दिन 4 करोड़ 15 लाख 50 हजार रुपए गिने गए। यह साफ संकेत है कि पिछली बार की तुलना में इस बार भक्तों ने और भी अधिक श्रद्धा के साथ चढ़ावा अर्पित किया है।

सांवलिया सेठ के चमत्कार से भक्त चढ़ाते हैं करोड़ों

मंदिर ट्रस्ट की पारदर्शी व्यवस्था और प्रशासन की निगरानी में गिनती का कार्य किया जा रहा है। खास बात यह है कि दान केवल नकद तक सीमित नहीं है। श्रद्धालु सोना, चांदी और बहुमूल्य धातुएं भी भेंट स्वरूप अर्पित कर रहे हैं। ये दान मंदिर के धार्मिक कार्यों, सामाजिक सेवाओं और ज़रूरतमंदों की सहायता में उपयोग होता है। हर साल बढ़ती श्रद्धा के साथ सांवलिया सेठ का चमत्कारिक रूप भक्तों को आकर्षित करता है और यही कारण है कि यह मंदिर केवल आस्था का नहीं, बल्कि सेवा और सहयोग का भी बड़ा केंद्र बन चुका है।