सार
राजस्थान चुनाव की तैयारियों के बीच सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की साथ बैठे एक तस्वीर वायरल हो गई। दोनों जयपुर में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
जयपुर। राजस्थान में दो महीने बाद चुनाव होने जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस पार्टी के नेता एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर कर अपनी छवि सुधारने में लगे हैं। दोनों दलों के नेता रैलियां और सभाएं कर रहे हैं।इसबीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की साथ बैठे एक तस्वीर वायरल हो गई है। इससे राजनीति गलियारों में हलचल बढ़ गई है।
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के उद्घाटन में मिले राजे और गहलोत
कल रात जयपुर में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के उद्घाटन के बाद बीजेपी नेता वसुंधरा राजे ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। वसुंधरा ने समारोह के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा नहीं किया, लेकिन कार्यक्रम के बाद उनसे मिलने पहुंचीं। इस दौरान दोनों नेताओं की एक तस्वीर खिंच गई जो वायरल हो गई है। इस बैठक को लेकर राजनीतिक हल्कों में अफवाहें फैल गई है।
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वसुंधरा कार्यालय से रीयल पिक्चर शेयर की गई
तस्वीर में सिर्फ राजे और गहलोत को दिखाया गया है, जबकि मीटिंग के दौरान राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ भी मौजूद थे। फोटो वायरल होने के बाद चर्चाओं पर विराम लगाने के लिए वसुंधरा के कार्यालय को मुख्यमंत्री गहलोत के साथ फ्रेम में सीपी जोशी और राजेंद्र राठौड़ के साथ मूल छवि शेयर करनी पड़ी।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल आने वाले चुनाव को लेकर तैयारियों में लगी हुई है। वहीं कांग्रेस अभी तक पार्टी में मौजूद पायलट और गहलोत की अंतर्कलह को ही खत्म नहीं कर पाई है। यह सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गई है। भाजपा इसी घरेलू झगड़े का लाभ उठाना चाहेगी।
भाजपा ने अब तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं
भाजपा ने आगामी चुनाव को लेकर अभी तक किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। हालांकि जानकारी के मुताबिक पार्टी सत्तारूढ़ कांग्रेस से मुकाबला करने के लिए वसुंधरा राजे, राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत और सतीश पूनिया सहित अन्य नेताओं के संयुक्त नेतृत्व पर विश्वास जता रही है। पार्टी की ओर से प्रदेश भर में निकाली गई परिवर्तन यात्रा में सभी नेताओं को समान महत्व दिया गया है।
हालांकि वसुंधरा राजे की अपने गृह मैदान राजस्थान के हाड़ोती क्षेत्र जिसमें कोटा, बूंदी और झालावाड़ में निकाली गई यात्रा में शामिल न होने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।