सार

राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले में आदिवासी महिला को पति और ससुराल वालों के निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने के मामले में सीएम गहलोत ने बड़ा ऐलान कर दिया है। सीएम पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।  

प्रतापगढ़। राजस्थान के प्रतापगढ़ में 21 साल की आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर पीटने और गांव में घुमाने के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीड़ित महिला और उसके परिवार से मिलने पहुंचे। पीड़िता से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने परिवार को 10 लाख रुपये और पीड़िता को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। 

पीड़िता को फ्री मेडिकल सुविधाएं देने का ऐलान
सीएम गहलोत ने पीड़ित महिला के गर्भवती होने को लेकर गहलोत ने कहा है कि सरकार के स्तर पर दी जाने वाली तमाम मेडिकल सुविधा पीड़िता को फ्री दी जाएगी। इसके साथ ही स्थानीय चिकित्सकों को भी पीड़ित महिला की देखभाल के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।‌

पढ़ें. राजस्थान में मानवता शर्मसार: पति ने पत्नी को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया, पढ़ें पॉलिटिकल नेताओं का रिएक्शन

पत्नी से हैवानियत की हदें पार
प्रतापगढ़ जिले के दरियाबाद थाना इलाके में कान्हा मीना नाम के एक व्यक्ति ने अपनी 21 साल की पत्नी के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर डालीं। उसने पत्नी को निर्वस्त्र कर पीटने के साथ गांव में घुमाया। इस मामले में 10 आरोपियों को डिटेन किया गया। उनमें से कान्हा मीना समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा अन्य को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

भाजपा की ओर से बयानबाजी तेज
मामले को लेकर दिल्ली से राजस्थान तक हड़कंप मचा है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी है। इस घटना को मणिपुर कांड से जोड़कर देखा जा रहा है। अब इस मामले में पीड़िता के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ी घोषणा कर दी है।