सार
राजस्थान के दौसा शहर से सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां यूको बैंक का कैशियर लाखों रुपए लेकर फरार हो गया। उसने यह पैसा लोगों के बैंक खाते से निकाला है। खाताधारकों को पता चलने के बाद मचा हड़कंप, शिकायत करने पहुंचे थाने।
दौसा (dausa News). लोग बैंक में पैसा रखते हैं, ताकि वह बुरे समय पर या जरूरत पड़ने पर काम आए। लेकिन जब बैंक वाले ही पैसा खा जाए तो आदमी कहां जाए । कुछ ऐसा ही हुआ है दौसा जिले के यूको बैंक की एक ब्रांच में। ब्रांच में काम करने वाला कैशियर कई लोगों के लाखों रुपए निकालकर अपने खाते में ले गया और उसके बाद से वह फरार है। 2 दिन से वह काम पर नहीं पहुंचा। बैंक वालों ने जांच पड़ताल की तो सबसे पहले उसे सस्पेंड कर दिया गया, अब बैंक कमेटी के द्वारा जांच की बात कही जा रही है। लेकिन अब लोग पुलिस थाने पहुंच रहे हैं और पुलिस सोमवार को बैंक जाने की तैयारी कर रही है।
दौसा के यूको बैंक में हुई वारदात
दरअसल दौसा शहर के नांगल राजावतान क्षेत्र में यूको बैंक की ब्रांच है। शनिवार को कई लोग बैंक में पहुंचे और अपने खातों के बारे में जानकारी लेने लगे। दरअसल शुक्रवार को यह सूचना इलाके में फैल गई थी कि कई लोगों के बैंक खाते साफ हो गए हैं, उनका पैसा गायब हो गया है। शनिवार को जब लोग पहुंचे तो यह सूचना सही पाई गई। पता चला कि बैंक का कैशियर शुक्रवार और शनिवार को नहीं आया। कैशियर का नाम अनिल कुमार बताया जा रहा है। वह 2 दिन से छुट्टी पर चल रहा है।
यूकों बैंक का कैशियर हुआ सस्पेंड
बैंक के मैनेजर जगदीश नारायण मीणा ने कहा कि जब कुछ खाताधारकों ने शिकायत करी तो उनके खातों की जांच करवाई गई, पता चला वह लोग सही बोल रहे हैं। पैसा किन खातों में गया फिलहाल यह जांच की जा रही है, लेकिन पहला डाउट कैशियर पर ही जा रहा है। वह बिना बताए छुट्टी पर चला गया। उसे फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है।
किसी के खाते में 25 तो किसी के इसमें बचे 120
नांगल राजावतान इलाके में रहने वाली लाडा देवी ने बताया कि खाते में 4 लाख रुपए से ज्यादा पैसा था अब 25 बाकी बचे हैं। 50000 - 50000 करके लगभग सारा पैसा निकाल लिया गया है। धनीराम नाम के खाताधारक ने बताया कि खाते में करीब पौने 4 लाख रुपए था लेकिन अब 4000 बचे हैं। एक अन्य खाताधारक का कहना था कि उनके खाते से 50 हजार रु. गायब हैं और केवल 120 रुपए बचे हैं।
कैशियर ने बिना मोबाइल नंबर वाले खातों को किया टारगेट
दरअसल यह लगभग वह खाते हैं जिन खातों में खाताधारक के मोबाइल नंबर अटैच नहीं है। बताया यह जा रहा है कि यह रकम की निकासी मार्च महीने से ही शुरू कर दी गई थी, यानी पैसा निकालने से पहले खातों की पूरी स्टडी की गई कि कौन लोग कितने दिन में पैसा जमा कराने या निकालने आते हैं । उसके बाद उन्हीं लोगों के खातों से पैसा निकाला गया जिनके मोबाइल नंबर बैंक के खाते से अटैच नहीं थे या खाते से कुछ भी एक्टिविटी के सूचना उनको नहीं जाती थी। अब इस बारे में नांगल राजावतान थाना पुलिस को भी सूचना दी गई है, पुलिस ने रविवार से जांच शुरू कर दी है।