सार
सिक्किम में आई विनाशकारी प्रलय ने राजस्थान के भी घरों में अधेरा कर दिया है। इस प्रलय में प्रदेश के अलवर और सीकर के जवानों की जान चली गई है जबकि करौली के एक जवान की मौत हो गई है।
जयपुर। सिक्किम में आई प्रलय ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस प्रलय में सिक्किम को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस विनाशकारी प्रलय में आम लोगों के साथ ही सेना के कई जवान भी लापता हुए हैं। उनकी तलाश के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं, लेकिन लापता लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक सेना के बीस से ज्यादा जवान लापता हुए जिनमें से अब तक कुछ के शव मिल चुके हैं। लापता जवानों में तीन राजस्थान के थे जिनमे से दो के शव मिल चुके हैं। तीसरे जवान की तलाश जारी है।
कीचड़ भरे दलदल में मिला बहरोड़ के लाल का शव
ऐसे ही बीते 3 अक्टूबर को जिस समय सिक्किम में बादल फटा उस समय अलवर जिले के बहरोड़ इलाके में रहने वाले जवान भवानी सिंह भी लापता हो गए थे। मोटर ट्रांसपोर्ट विंग में तैनात भवानी सिंह ने 2013 में आर्मी ज्वाइन की थी। परिवार को इसकी सूचना मिली तो परिवार चार दिन से पूजा पाठ करता रहा, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। आज सवेरे भवानी सिंह की पार्थिव देह कीचड़ भरे दलदल में बरामद हुआ। दोपहर में उनके पार्थिव देह को दिल्ली भेजा गया और वहां से अलवर रवाना किया गया है। अब परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
सीकर के सज्जन भी त्रासदी के शिकार
सीकर जिले के पलसाना निवासी हवलदार सज्जन सिंह भी सिक्किम की इस त्रासदी में अपनी जान गवा बैठे हैं। सज्जन सिंह महार रेजीमेंट में तैनात थे। जिस समय बाढ़ आई उसे समय वह प्रभावित इलाके में ही अपनी यूनिट के साथ थे। बताया जा रहा है उनकी पार्थिव देह आज रात तक उनके गांव सीकर पहुंचाया जा सकता है।
करौली के शिवकेश की तलाश जारी
इसी प्रकार करौली जिले के रहने वाले शिवकेश गुर्जर भी इसी त्रासदी में लापता हो गए हैं। बताया जा रहा है उनकी पार्थिव देह आज सवेरे कीचड़ में मिला है। वह सेना की मेडिकल यूनिट में तैनात थे।