सार

राजस्थान के धौलपुर शहर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पहाड़ों में छुपे बदमाश जिसने पुलिस की नाक में दम कर रखा था आज उसे अरेस्ट कर लिया है। हालांकि पुलिस फायरिंग में वह घायल हो गया तो उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

धौलपुर (dholpur). राजस्थान में पिछला साल गैंगवार का रहा। पूरे साल में पुलिस और बदमाशों के बीच आपसी मुठभेड़ में कई बड़े बदमाश जान गवा बैठे, कुछ सलाखों के पीछे धकेल दिए गए। लेकिन उसके बावजूद भी राजस्थान में अपराध बेकाबू रहा है। राजस्थान में आज पुलिस ने ऐसे खूंखार बदमाश को गोली मारी है जो कई महीनों से पुलिस को चुनौती दे रहा था । यह बदमाश है डकैत केशव गुर्जर, जो धौलपुर के बाडी इलाके में स्थित बीहड़ों से गिरफ्तार किया गया है।

घायल डकैत की सुरक्षा के लिए हॉस्पिटल बना छावनी

धौलपुर के एसपी धर्मेंद्र सिंह और उनकी टीम के साथियों ने मिलकर आज केशव गुर्जर को घायल किया और उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। अब उसे धौलपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूरे अस्पताल को छावनी में बदल दिया गया है। धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में छह से सात बार डकैत केशव गुर्जर और उसके साथियों से पुलिस की मुठभेड़ हो चुकी है।

पहले भी चकमा देकर हुआ था फरार

कुछ महीनों पहले हुई एक मुठभेड़ में तो दोनों तरफ से लगातार फायरिंग भी हुई। डकैत केशव गुर्जर और उसके साथियों ने पुलिस पर करीब 150 राउंड फायर किए थे और उसके बाद वह फरार हो गया था। वह एक्सटॉर्शन मे लिप्त होता जा रहा था। लोगों को डरा धमका कर वसूली करना उसका शगल बन चुका था।

3 राज्यों में था ईनामी डकैत, आज धराया

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में वांटेड केशव गुर्जर पर 1 लाख 15 हजार रुपए का इनाम था। आज सुबह पुलिस को पता चला कि वह बाड़ी इलाके में बीहडों में छुपा हुआ है। करीब 6 घंटे उसके सर्च की गई । दोनों ओर से फायरिंग हुई और एक गोली केशव गुर्जर के पैर में जाकर लगी। पुलिस बल उनके भारी पड़ते देख उसके साथी उसको वही छोड़कर भाग गए।

पुलिस ने अभी तक नहीं दी जानकारी

केशव गुर्जर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से भारी मात्रा में सलाह भी बरामद हुआ है। इस पूरे मामले का अभी तक धौलपुर पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। उसके कुछ और साथी पुलिस के टारगेट पर हैं। उन्हें भी गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। डकैत केशव गुर्जर पर राजस्थान ,उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में करीब 100 मुकदमे दर्ज हैं।

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