सार
सोचिए अगर बस चला रहे ड्राइवर को अगर हार्ट अटैक आ जाए तो सवारियों का क्या होगा। राजस्थान में एक बस ड्राइवर को चलती बस में दिल का दौरा पड़ा। लेकिन पास बैठे कंडक्टर ने अपनी सूझ-बूझ दिखाते हुए जोर से ब्रेक दबाया और कई लोगों की जिंदगी बचा ली।
चित्तौड़गढ़. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां चलती बस में ही एक ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। जिसके बाद ड्राइवर सीधा सिर के बल बोनट पर जा गिरा। जिस दौरान यह पूरी घटना हुई कंडक्टर ने पूरी स्थिति को भाप लिया और तुरंत ड्राइवर के केबिन में जाकर ब्रेक मारकर बस को रोका। बस रोकने के बाद जब ड्राइवर को अस्पताल ले जाया गया तो वहां उसे मृत्यु घोषित कर दिया गया। जिस दौरान यह घटना हुई उस वक्त बस में करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा सवारियां बैठी हुई थी।
बस स्टैंड से रवाना हुई बस और आ गया हार्ट अटैक
पूरी घटना चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा इलाके में हुई। जहां फेज 2 में बनाए गए बस स्टैंड से बस रवाना हुई थी कि कुछ देर बाद ही ड्राइवर को अचानक हार्ट अटैक आ गया। ड्राइवर का नाम दयाल सिंह है। कंडक्टर मोहन गुर्जर ने बताया कि जब ड्राइवर दयाल सिंह बोनट की तरफ गिर तो मुझे लगा कि लंबा कट ले रहे होंगे। लेकिन बाद में पता चला गया था कि उनके साथ कोई ना कोई दिक्कत हुई है।
कंडक्टर ने ऐसा बचाई बस में सवार डेढ़ दर्जन लोगों की जान
मोहन ने बताया कि उन्होंने तुरंत हाथ से ही ब्रेक दबाकर बस को रोका और बस में से चाबी को निकाल लिया। फिलहाल ड्राइवर के शव को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जांच में सामने आया है कि सुबह रवाना होने के पहले ड्राइवर ने नाश्ता किया था उस दौरान उसकी तबीयत बिल्कुल सही थी। बस ड्राइवर दयाल सिंह बस को रावतभाटा से जयपुर रूट पर चलाता था। जो करीब 1 साल पहले ही संविदा पर ड्राइवर की नौकरी लगा था। मृतक दयाल सिंह के एक छोटा भाई और दो बड़ी बहन है। दोनों बड़ी बहन की तो शादी हो चुकी है लेकिन दयाल और उसका भाई कुंवारे थे।