सार

 राजस्थान के उदयपुर से एक ऐसी मार्मिक खबर सामने आई है, जिसने हर किसी के आंखों में आंसू ला दिए। जहां बेटे की मौत के बाद मां को इतना बुरा सदमा लगा कि बेटे का अंतिम संस्कार होने के पहले उसने अपने प्राण त्याग दिए।

उदयपुर (राजस्थान). हमने यह तो जरूर सुना ही है कि परिवार में जवान लड़के या लड़की की मौत होने पर माता-पिता सदमे में चले जाते हैं। जो कई दिनों तक ठीक नहीं हो पाते। लेकिन राजस्थान में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां बेटे की मौत होने के बाद मां को इतना बुरा सदमा लगा कि बेटे का अंतिम संस्कार होने के पहले ही वह खत्म हो गई। जिसके बाद दोनों मां-बेटे का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ।

राजस्थान के उदयपुर का है यह मार्मिक मामला

पूरी घटना राजस्थान के उदयपुर जिले के अंबा माता छेत्र में हुए एक हादसे की बाद की है। दरअसल अंबामाता क्षेत्र में यूआईटी के पास दो बाइकों की भिड़ंत हो गई। यह हादसा इतना दर्दनाक था कि एक युवक की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना में उदयपुर के महुवाल पहाड़ा निवासी लोकेश की मौत हो गई। जो नीमच खेड़ा में किराए का कमरा लेकर पढ़ाई कर रहा था। वह अपने चचेरे भाई के साथ गांव आया था और फिर वापस कमरे पर जा रहा था लेकिन इसी दौरान सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई।

बेटे के अंतिम संस्कार से पहले मां ने भी त्गाग दिए प्राण

जैसे ही लोकेश की मौत की खबर उसके गांव में मिली तो गांव ने अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी। उसकी मां को भी मौत के बारे में बताया गया। लेकिन यह सुनने के बाद में पहले तो बेसुध हुई और फिर सदमे में आ गई। कुछ देर बाद अचानक लोकेश की मां लक्ष्मी की तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसे में उसे हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।

एक चिता पर हुआ मां-बेटे का अतिंम संस्कार

ऐसे में दोनों मां-बेटे को गांव लाया गया जहां दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया फोन विराम आपको बता दें कि लोकेश ग्रेजुएशन करने के बाद शहर में रहकर कंपटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहा था। जो दो भाइयों में छोटा है। वही मां बहिनी है। घटना के बाद परिवार के बाकी लोग भी बेसुध है जिन्होंने एक साथ परिवार के दो सदस्यों को खो दिया