सार

राजस्थान में एक और जहां नेता सचिन पायलट अपनी सरकार के खिलाफ अनशन करने वाले है वहीं अब दिल्ली से बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसने अशोक गहलोत की चिंता और बढ़ा दी है। जानिए क्या है पूरा मामला।

जयपुर (jaipur news). सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है सवाई माधोपुर, दौसा, भरतपुर, करौली जिलों को। यानि इन जिलों में बड़ी संख्या में गुर्जर बहुल लोग हैं जो हमेशा से ही पायलट के समर्थन में रहे हैं। इन जिलों में सभा करते ही कितने ही बड़े पांडाल हों, छोटे पड़ जाते हैं। सचिन पायलट ने इन जिलों में बड़ा नाम कमाया है। लेकिन अब सचिन पायलट के इस गढ़ से ही बड़ी खबर आ रही है। इधर पायलट अनशन पर हैं और इधर चर्चा है कि दिल्ली से अमित शाह आ रहे हैं। वे पायलट के गढ़ में जाने वाले हैं और वहां पर लोकल लोगों से बातचीत कर सकते हैं।

पायलट के गढ़ में सभा करने वाले है अमित शाह

दरअसल अमित शाह पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आ रहे है। पहले वे फरवरी के महीने में आने वाले थे लेकिन उस समय दौरा रद्द कर दिया गया। अब वे पंद्रह अप्रेल को राजस्थान आ रहे हैं। वे भरतपुर और आसपास के कस्बों में बड़ी सभाएं करेंगे और पार्टी के नेताओं को एकजुट करने का काम करेंगे। इन कस्बों में मीणा , गुर्जर और अन्य समाज बड़ी संख्या में है। भरतपुर के अधिकतर हिस्से को कांग्रेस का गढ़ भी माना जाता रहा है। यहां अधिकतर सीटें कांग्रेस जीतती आई है।

इस दिन पहुंच रहे राजस्थान

पंद्रह अप्रेल को संभाग स्तरीय बूथ कार्यकर्ता सम्मलेन आयोजित किया गया है भरतपुर मे। इस दौरान जिले के तमाम नेताओं को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया है। इस सम्मेलन में नेताओं से बातचीत करने के अलावा अलग अलग कस्बों में जाकर अमित शाह जनता से भी मुलाकात कर सकते हैं और उनकी नब्ज टटोल सकते हैं। पहले इस दौरे में नए प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को शामिल होना था। लेकिन अब अमित शाह खुद आ रहे हैं। वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अमित शाह के खुद आने के कारण अब कांग्रेस पार्टी में भी हलचल बढ़ गई है। स्थानीय कांग्रेसी नेताओं से लेकर सीएम अशोक गहलोत तक चिंतित हैं।

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