सार
राजस्थान में आज के दिन बीजेपी पार्टी ने बड़ा ऐलान करते हुए प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा बदल दिया गया। सांसद सीपी जोशी को पद देने के बाद जानिए किसे फायदा और किसे नुकसान होगा। एमपी सीपी जोशी के पीछे आखिर कौन है। राजनीति में क्या है इसके सियासी मायने।
जयपुर (jaipur news). चुनाव के इस साल में नई भाजपा नजर आने वाली है राजस्थान में। दिल्ली में बैठा आलाकमान फूट की राजनीति से खुश नहीं दिख रहे हैं। यही कारण है कि अब धीरे धीरे बदलाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। बदलाव की इस तैयारी का पहला सबसे बड़ा धमाका है सीपी जोशी......। राजस्थान के चित्तौडगढ़ जिले से सांसद चंद्र प्रकाश जोशी को राजस्थान की भाजपा का नया चेहरा बनाया गया है। उनको आज ही प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है...। ब्राहम्ण चेहरा है...। इसके बदलाव के पीछे जो भी कुछ हो सकता है.... उसे समझने की कोशिश करते हैं।
नए प्रदेश अध्यक्ष का नहीं किसी गुट से नाता
दरअसल आलाकमान ने इस मैसेज से यह तय कर दिया है कि वे बड़े बदलाव की तैयारी कर रहे हैं प्रदेश में। सीपी जोशी जो न तो वसुंधरा गुट से आते हैं और न ही पूनिया गुट के नजदीकी हैं। वे सीधे दिल्ली के संपर्क में रहे हैं। हाल ही में जयपुर में 19 मार्च को ब्राहम्ण महापंचायत में उनकी तगड़ी लॉचिंग हुई। समाज का यह कार्यक्रम धीरे धीरे पार्टी का कार्यक्रम बनता चला गया और मंच पर भाजपा नेताओं के बीच सीपी जोशी चमकते नजर आए.....। उसके बाद आज उनके अध्यक्ष बनने की खबर बाहर आ गई।
ये है सीपी जोशी का राजनीतिक सफर
जोशी का राजनीतिक सफर 1995 से शुरु होता दिख रहा है। सबसे पहले वे जिला परिषद सदस्य रहे...। फिर 2000 से 05 तक उन्होनें अपने क्षेत्र में तगड़ा विकास किया और नेताओं की नजर में आने लगे। 2005 से 10 तक उप प्रधान रहे, युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने और सांसद चुने गए। अब प्रदेध अध्यक्ष बनकर सामने आए हैं। पार्टी राजस्थान में उनकी नियुक्ति से ब्राहम्णों की ओर ध्यान देना शुरू कर चुकी है।
इसलिए पार्टी ने बनाया है प्रदेश अध्यक्ष
उनको लाने का कारण यही बताया जा रहा है कि वे युवा चेहरा हैं और पार्टी के नेताओं के बीच उनकी अच्छी पैंठ है। राजस्थान में करीब एक करोड़ ब्राह्मण लोग हैं इनमें बड़ी संख्या में वोटर हैं। राजस्थान के ब्राहम्ण परिवारों के रिश्तेदार देश के लगभग आधे राज्यों में है। यानि पार्टी नया संदेश दे चुकी है कौम को आगे लाने का। अब ये तय हो चुका है कि सीपी जोशी ही आने वाले चुनाव में टिकिट वितरण करेंगे। राजस्थान में दो सौ विधानसभा सीट हैं। उनकी लिस्ट को ही आलाकमान फाइनल करेगा यह तय है।
इससे भी बड़ी खबर ये है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा से सीएम पद के लिए ब्राह्मण चेहरा देखने को मिल सकता है।
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