सार
राजस्थान में यह साल चुनावी साल है। यहां देश की दिग्गज पार्टियों के नेताओं ने अपने-अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। इसके चलते ही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी आज शक्ति प्रदर्शन करने वाली है। पर इसको लेकर भाजपा में ही बवाल मचा हुआ है।
जयपुर (jaipur news). पूर्व सीएम वसुंधरा राजे चुनावी साल आते ही चर्चा में है। चर्चा भी ऐसी कि उनकी ही पार्टी में डर ज्यादा है। एक तरफ तो पार्टी का कार्यक्रम है यानि एक तरफ तो पूरी की पूरी पार्टी है और दूसरी तरफ अकेली वसुंधरा राजे...। दरअसल वसुंधरा राजे आज जन्मदिन के नाम पर शक्ति प्रदर्शन करने वाली है और इस शक्ति प्रदर्शन के चलते कांग्रेस से ज्यादा बवाल उनकी खुद की पार्टी यानि भाजपा में मच रहा है।
पार्टी में ये छवि है वसुंधरा राजे की.....
दरअसल वसुंधरा राजे धाकड़ नेता हैं भाजपा की और उनकी पूरी प्लानिंग है कि फिर से सीएम बनने की। इसके चलते ही उन्होंने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। लेकिन आलाकमान यानि दिल्ली में बैठे पार्टी के बड़े नेता वसुंधरा राजे से संतुष्ठ कम ही दिखाई देते हैं। दरअसल वसुंधरा राजे अपने अनुसार चलने वाली नेता हैं उनको शासन में किसी की दखल पसंद नहीं है फिर चाहे वे पार्टी के नेता ही क्यों ना हों....। जनता को उनका समर्थन हैं और यही उनकी पावर भी है। जबकि पार्टी चाहती है कि इस बार सीएम के नाम पर नया चेहरा सामने आए... वह चेहरा चाहे सतीश पूनिया हो या फिर ओम बिड़ला या फिर राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाली एक महिला नेता....। आलाकमान ऐसा सीएम चाहता है जो उनके आदेशों की अवहेलना ना करे, जबकि राजे के साथ ऐसा संभव नहीं है।
पूजा पाठ के नाम पर शक्ति प्रदर्शन से क्यों घबरा रही है बीजेपी....
अब बात बीजेपी नेताओं के घबराहट की...। दरअसल उनकी ही पार्टी के नेताओं का एक बड़ा दल नहीं चाहता कि भविष्य में राजे को कोई बड़ा पद मिले। परेशानी यही है कि वे किसी की सुनती नहीं है। लेकिन चार साल पूरी तरह से गायब रहने के बाद भी जनता में उनकी अच्दी पकड़ है। उनकी धाक है। यही कारण है कि आज चूरू जिले में बालाजी सालासर धाम में बड़ा आयोजन किया गया है।
होली होने के कारण आठ मार्च को आने वाला जन्मदिन आज ही मनया जा रहा है और इसमें तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं को न्यौंता भेजा गया है। एक लाख लोगों के आने का दावा किया जा रहा है।
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