सार

एक ओर सचिन पायलट जन संघर्ष यात्रा कर रहे है वहीं कुछ मीडिया हाउस ने जनता के बीच पहुंच एक सर्वे कर रिपोर्ट जारी की है जिसने कांग्रेस पार्टी की चिंता और बढ़ा दी है। जानिए क्या सामने आया है इस रिपोर्ट में जिससे सियासी गलियारों में हलचल बढ़ गई।

जयपुर (jaipur news). राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट अब एक दूसरे के सामने बैठकर दुश्मनी के मूड में है। सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ पदयात्रा कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस आलाकमान और अशोक गहलोत गुट पायलट को मनाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है। इसी बीच राजस्थान में एक मीडिया हाउस के सर्वे में चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल में चुकी है। इस सर्वे के बाद राजस्थान में भाजपा में खुशी की लहर आती दिखाई दे रही है।

मीडिया हाउस की सर्वे रिपोर्ट  ने बढ़ाई  कांग्रेस की चिंता

दरअसल मीडिया हाउस एबीपी न्यूज़ और सीवोटर ने राजस्थान में एक सर्वे करवाया था। जिसने सामने आया कि सचिन पायलट की इस पदयात्रा ने कांग्रेस में चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ा दी है। सचिन पायलट ने केवल 1 से 2 दिन पहले ही अपनी किसी यात्रा की घोषणा की थी। इसके बाद भी हजारों की संख्या में लोग इस पद यात्रा से जुड़े। पदयात्रा 15 मई को जयपुर पहुंचेगी। सर्वे में राजस्थान के करीब 1374 लोगों से राय ली गई। जिनमें से करीब 42% लोगों का मानना है कि सचिन पायलट की इस पदयात्रा से कांग्रेस को नुकसान होने वाला है। 18% लोगों का मानना है कि कोई भी नुकसान नहीं होने वाला। वहीं 29% लोगों ने कहा है कि इस बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है।

4 सालों से है सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच विवाद

गौरतलब है कि 2020 में राजस्थान में हुए सियासी घमासान के बाद ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट को कभी भी एक मंच पर साथ तक नहीं देखा गया। लगातार एक-दूसरे के नेता आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहते हैं। सचिन पायलट ने हाल ही में जयपुर में अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन किया था। जिसके बाद पायलट ने पदयात्रा शुरू कर एक बार फिर सरकार को चुनौती दे दी है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो सचिन पायलट लगातार पेपर लीक मामले को लेकर और वसुंधरा राज्य सरकार के समय हुए घोटालों को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन करते रहेंगे।

इसे भी पढ़े- 44 डिग्री तापमान में पैदल यात्रा निकाल रहे सचिन पायलट, अपनी ही सरकार के खिलाफ यात्रा पर निकले