Jodhpur Sky Glows with Patriotism! स्वतंत्रता दिवस पर मेहरानगढ़ किले से 550 ड्रोन का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शो, वीरता व देशभक्ति की अद्भुत कहानी, सांस्कृतिक संध्या और विकास योजनाओं के साथ जोधपुर ने जीता दिल।
Jodhpur Independence Day 2025: जोधपुर ड्रोन शो, ऑपरेशन सिंदूर, 550 ड्रोन, मेहरानगढ़ फोर्ट, स्वतंत्रता दिवस 2025-ये शब्द 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर जोधपुर की ऐतिहासिक शाम को बयां करते हैं। गुरुवार की रात, मेहरानगढ़ किला देशभक्ति और तकनीकी चमत्कार का गवाह बना, जब 550 ड्रोन ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वीरता को आसमान में उकेरा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में हुआ यह भव्य शो न केवल देखने वालों के दिल में उतर गया, बल्कि पूरे शहर में देशभक्ति की लहर दौड़ा दी।
क्या था ऑपरेशन सिंदूर ड्रोन शो का असली संदेश?
करीब 15 मिनट तक चले इस शो में ड्रोन ने पहलगाम घटना से लेकर भारतीय सेनाओं के साहसिक कारनामों तक की पूरी गाथा को रोशनी और तकनीक के अद्भुत मेल से जीवंत कर दिया। खास बात यह रही कि लाउडस्पीकरों पर ऑपरेशन सिंदूर की कहानी सुनाई गई, जिससे हर दर्शक खुद को उस पल का हिस्सा महसूस कर सका।
जोधपुर में कहां-कहां गूंजा देशभक्ति का जादू?
मेहरानगढ़ के अलावा शहर के कई इलाकों में बड़ी LED स्क्रीन और हाई-क्वालिटी साउंड सिस्टम लगाए गए थे। नतीजा-हजारों लोग एक साथ इस प्रदर्शन के गवाह बने, और तालियों की गूंज ने पूरे जोधपुर का माहौल बदल दिया।
यह भी पढ़ें… हनुमानगढ़ : पति को डॉक्टर मानती रही पत्नी, राज खुला तो दिल दहल गया, निकला 8वीं पास
मुख्यमंत्री का जोधपुर दौरा क्यों रहा खास?
शो से पहले, ‘एट होम’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट सेवा देने वाले पुलिसकर्मियों और सामाजिक कार्यों में योगदान करने वाले नागरिकों को सम्मानित किया। साथ ही, गांधी मैदान में तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर खुद भी यात्रा में शामिल हुए।
सांस्कृतिक संध्या में क्या था खास आकर्षण?
ड्रोन शो के बाद, अशोक उद्यान में कालबेलिया नृत्य, देशभक्ति गीत, योग के करतब और लोक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इंडियन आइडल फेम गायक पीयूष पवार और कवि-कलाकार शैलेष लोढ़ा की प्रस्तुति ने माहौल को भावुक और जोशीला बना दिया।
जोधपुर के विकास के नए एलान क्या हैं?
मुख्यमंत्री ने जोधपुर विकास प्राधिकरण की नई आवासीय योजना और ट्रांसपोर्ट एवं ऑटोमोबाइल मार्केट नगर योजना की आवेदन पुस्तिका जारी की। साथ ही, पाल रोड नहर चौराहे पर बनने वाले फ्लाईओवर का रिमोट से शिलान्यास भी किया।
तकनीक और परंपरा का संगम-जोधपुर की खासियत क्यों है?
इस शाम ने यह साबित कर दिया कि जोधपुर न सिर्फ राजस्थान का सांस्कृतिक हृदय है, बल्कि तकनीकी नवाचार में भी अग्रणी है। ड्रोन शो, देशभक्ति, विकास योजनाएं और लोक संस्कृति-सबका संगम एक ही मंच पर देखने को मिला।
यह भी पढ़ें…Rajasthan Weather Today: 22 जिलों में बारिश, 5 में ऑरेंज अलर्ट-जानें लेटेस्ट अपडेट
