सार

राजस्थान की जलपरी स्विमर जिसने 3 साल की उम्र में पिता के पेशे को अपना शौक बनाया। प्रदेश की उसी बेटी ने राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए मध्य प्रदेश में आयोजित हुए खेलों इंडिया गेम्स में जीता ब्रॉन्ज मेडल। कांपटीशन में अचीव किया अपना बेस्ट स्विमिंग टाइम

जोधपुर (jodhpur). मध्यप्रदेश में हो रहे खेलो इंडिया गेम्स में राजस्थान की रहने वाली योग्या सिंह ने 50 मीटर तैराकी चैंपियनशिप में ब्रोंज मेडल जीता है। इस महिला स्विमर को राजस्थान में जलपरी के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह राजस्थान की वही लड़की है जो महज 3 साल की उम्र में स्विमिंग करना सीख चुकी थी। इतना ही नहीं इसने अपनी फिटनेस की ट्रेनिंग भी किसी ट्रेनिंग सेंटर के बजाए अपने घर में ही की थी। अब राजस्थान की जलपरी का अगला लक्ष्य इंटरनेशनल चैंपियनशिप में देश के लिए मेडल जीतना है।

3 साल की उम्र से सीख रही स्विमिंग

आपको बता दें कि राजस्थान के जोधपुर जिले की रहने वाली योग्या सिंह के पिता स्विमिंग कोच है। जब योग्या महज 3 साल की उम्र की थी तब से ही पिता कुलदीप अपने साथ लेकर जाते थे।पिता उसे स्विमिंग पूल के किनारे बैठा देते थे और फिर दूसरे बच्चों को स्विमिंग सिखाने लगते। लोगों को स्विमिंग करते देख धीरे-धीरे योग्या सिंह को भी स्विमिंग का चस्का पड़ गया। ऐसे में उसके पिता छोटी सी उम्र में ही अपनी बेटी को स्विमिंग सिखाने लगे। इसके बाद योग्या सिंह लगातार स्विमिंग करती रही। हाल ही में जब खेलो इंडिया गेम्स की डेट फाइनल हुई तो योग्या सिंह ने और ज्यादा प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया।

मैडल के साथ हासिल किया अपना बेस्ट स्विमिंग टाइम

राजस्थान की तरफ से इस खेल में पार्टिसिपेट करने वाली इस अकेली महिला तैराक ने ना सिर्फ अपने प्रदेश के लिए कास्य पदक जीता बल्कि अपना बेस्ट स्विमिंग टाइम भी अचीव किया है जो कि 27.82 सेकंड रहा। इसके अलावा भी योग्या ने 100 मीटर फ्री स्टाइल में भी 5वां स्थान हासिल किया। वहीं सभी खेलों में प्रदेश ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 9 मैडल के साथ 3 स्थान पर रही।

कोरोना लॉकडाउन के समय भी नहीं छोड़ी प्रैक्टिस

मध्यप्रदेश में हुई इस चैंपियनशिप में योग्या सिंह ही राजस्थान की एक अकेली महिला तैराक थी। जिसने तैराकी में पूरे राजस्थान की तरफ से अकेली ने ही हिस्सा लिया। योग्या सिंह ने बताया कि कोरोना के दौरान जब घर के बाहर नहीं जा सकते थे तब उन्होंने घर में ही छत पर रहकर फिटनेस की ट्रेनिंग ली।पिता तो पूरी ट्रेनिंग करवाते ही हाल ही में जब खेलो इंडिया गेम्स के डेट डिसाइड हुई तो उनकी मां ने भी ड्यूटी से कई दिनों की छुट्टियां ली और अपनी बेटी को प्रैक्टिस करवाई।

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