Karauli News : राजस्थान के करौली जिले से दुखद खबर सामने आई है। यहां MBBS छात्रा मोनिका मीणा की एक हादसे में मौत हो गई। वह अपने खानदान की पहली डॉक्टर बनने वाली थी, लेकिन सारी खुशियां मातम में बदल दीं। आइए जानते हैं मोनिक की मौत की वजह 

Rajasthan Accident News : राजस्थान के करौली जिले की मोनिका मीणा, जो परिवार की पहली डॉक्टर बनने का सपना संजोए अंतिम साल की एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं, अब इस दुनिया में नहीं हैं। ओडिशा के संबलपुर जिले में रविवार को हुए एक दर्दनाक हादसे ने मोनिका का जीवन छीन लिया। वह अपने दोस्तों के साथ देवझरन झरने पर घूमने गई थीं, जहां नहाते समय पैर फिसलने से गहरे पानी में गिर गईं और डूब गईं।

साईं इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की स्टूडेंट थी मोनिका

22 वर्षीय मोनिका वीर सुरेन्द्र साईं इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (VIMSAR), बुर्ला से एमबीबीएस अंतिम वर्ष की छात्रा थीं। उनके साथ उनके सहपाठी संदीप पुरी भी इस हादसे में डूब गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों को तैरना नहीं आता था और मोनिका के सिर पर गिरते समय गहरी चोट भी आई, जिससे वह होश खो बैठी।

पाबंदी के बाद भी झरने पर पिकनिक मनाने पहुंचे थे

स्थानीय प्रशासन की तरफ से पहले ही मानसून के दौरान झरनों पर जाने पर पाबंदी थी, बावजूद इसके स्टूडेंट पिकनिक मनाने वहां पहुंचे थे। हादसे के तुरंत बाद दमकल और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घंटों की कोशिशों के बाद दोनों शवों को पानी से बाहर निकाला गया।

मोनिका गांव की पहली बेटी जो डॉक्टर बन रही थी

मोनिका का पैतृक गांव करौली जिले के गुढाचंद्रजी क्षेत्र में स्थित आम का जाहिरा है। उनके पिता सरकारी शिक्षक हैं और पूरे परिवार ने बेटी को डॉक्टर बनते देखने का सपना देखा था। गांव में जैसे ही यह खबर पहुंची, शोक की लहर दौड़ गई। पूरे क्षेत्र ने एक होनहार बेटी को खो दिया, जिसने मुश्किल हालातों से लड़कर मेडिकल कॉलेज तक का सफर तय किया था।

अधूरी किताबें, सफेद कोट सिर्फ यादें बनकर रह गईं…

अब मोनिका की अधूरी किताबें, सफेद कोट, सिर्फ उसकी यादों के प्रतीक बनकर रह गए हैं। यह हादसा न सिर्फ एक परिवार की पीड़ा है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि एक छोटी सी लापरवाही, सपनों को हमेशा के लिए तोड़ सकती है।