सार

कोटा में एक और नीट अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निवासी आशुतोष चौरसिया ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कोटा.राजस्थान में एजुकेशन सिटी के नाम से मशहूर कोटा में सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां दादाबाड़ी इलाके में नीट की तैयारी कर रहे एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। जिसने अपने ही कमरे में पंखे पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की है। फिलहाल पुलिस ने उसके शव को मोर्चरी में रखवाया है। वहीं परिजनों को सूचना दे दी गई है।

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से आया था कोटा

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला है जिसका नाम आशुतोष चौरसिया है। यह कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था जिसने अपने ही कमरे में सुसाइड किया है। आशुतोष के घर वालों ने जब उसे कॉल किया तो आशुतोष ने रिसीव नहीं किया ऐसे में घर वालों के द्वारा मकान मालिक को सूचना दी गई।

पुलिस पहुंची तो पंखे से लटका मिला आशुतोष

मकान मालिक ने जब कई देर तक गेट खटखटाया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला। फिर मकान मालिक के द्वारा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब गेट तोड़ा तो अंदर आशुतोष पंखे पर लटका मिला। हालांकि अभी तक पुलिस ने मामले में ऐसा नहीं बताया कि आशुतोष के पास से कोई सुसाइड नोट मिला है या नहीं। फिलहाल परिजनों के आने के बाद ही पूरे मामले का पता चल सकेगा।

एंटी हैंगिंग डिवाइस के बाद भी हो रहे सुसाइड

आपको बता दें कि कोटा में हर साल करीब एक दर्जन से ज्यादा छात्र पढ़ाई या अन्य तनाव में आकर आत्महत्या करते हैं। हालांकि यहां प्रशासन और पुलिस के द्वारा अभियान चलाकर हॉस्टल सहित अन्य मकानों में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाई जाती है, लेकिन इसके बाद भी यहां पर सुसाइड की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है।

इस वजह से सुसाइड करने को मजबूर हो रहे बच्चे

एक्सपर्ट बताते हैं कि स्टूडेंट की मर्जी के बावजूद भी घर वाले उन्हें यहां पर छोड़ देते हैं। यहां पढ़ाई के प्रेशर में आकर और परिवार के बीच न रह कर बच्चों का तनाव बढ़ता जाता है और फिर वह सुसाइड जैसे कदम उठाते हैं। फिलहाल आशुतोष के सुसाइड के मामले में पुलिस पूरी जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें- सफेद एप्रन का सपना लेकर 7 दिन पहले UP से आया कोटा, अब सफेद कफन में लिपट गया