सार
राजस्थान के नागौर शहर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिस आरोपी को आश्रम में रहने और खाने को जगह मिली वहीं से लाखों रुपए चोरी कर कर्मचारी हुआ फरार। लेकिन कानून के गिरफ्त से बचने में हुए नाकाम पुलिस ने किया गिरफ्तार।
नागौर (nagaur news). राजस्थान के नागौर जिले के श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के सेवा धाम आश्रम में हुई नकबजनी की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लाखों की चोरी की घटना में शामिल गोसेवक रेवंत राम मेघवाल और महंत के ड्राइवर पोकर राम जाट निवासी थाना नोखा जिला बीकानेर को नोखा से गिरफ्तार किया गया है। चोरी की घटना की शिकायत आश्रम के महंत के द्वारा की गई थी।
कुटिया से चोरी हुआ लाखों का सामान
घटना के संबंध में जांच कर रहे एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि 22 मार्च को सेवा धाम आश्रम के महंत बजरंग लाल द्वारा एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें बताया कि 6 मार्च को कथा वाचन के लिए आश्रम स्थित कुटिया का ताला लगाकर पंजुआना जिला सिरसा हरियाणा गया था। जब वे 17 मार्च को लौट कर आश्रम आए तो कुटिया के साइड की खिड़की टूटी हुई थी। अंदर जाकर देखा तो अलमारी का ताला भी टूटा हुआ था। जांच में पता चला कि अज्ञात चोर 2 लाख 70 हजार रुपए नगद, सोने की चार अंगूठी व दो चूड़ियां, एक सोने का हार और अन्य सामान चोरी कर ले गए। इससे पहले भी उनकी कुटिया से रुपयों से भरा बैग तथा कार से एक लाख रुपये नकद चोरी हो गए थे।
पुलिस ने टीम बना आरोपियों की तलाश की शुरू
घटना के खुलासे के लिए एएसपी राजेश मीणा व सीओ विनोद कुमार सीपा के सुपरविजन तथा एसएचओ महेंद्र सिंह के नेतृत्व में थाना श्री बालाजी से विशेष टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा मामले में आश्रम के दो कार्मिक गौ-सेवक रेवंत राम तथा ड्राइवर पोकर राम को नोखा जिला बीकानेर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन दोनों के पास से कैश और जेवर बरामद किए हैं। अधिकतर जेवर इन्होंने बेच दिए थे, जिस ज्वैलर को जेवर बेचे गए हैं उससे भी बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।
जहां मिली पनाह वहीं कर दिया कांड
नागौर पुलिस ने बताया कि दोनों आश्रम में ही रहते थे और आश्रम में ही खाना-पीना करते थे। रहने और खाने का किसी तरह का कोई खर्च उनसे नहीं लिया जाता था। उसके बावजूद भी जहां उन्हें भोजन मिला वहीं उन्होंने वारदात कर डाली। आश्रम के महंत को अपने ही कर्मचारियों के गिरफ्तार होने पर खेद है, उनका कहना है कि जिनकी नजरों के सामने सब कुछ होता था क्या पता था एक दिन वही नजर लगा देंगे।
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