अजमेर के पुष्कर पशु मेले में फैली अफवाह से हड़कंप मच गया कि 21 करोड़ की भैंस की मौत हो गई है। हालांकि पशुपालन विभाग ने साफ किया कि भैंस पूरी तरह स्वस्थ और जिंदा है। सोशल मीडिया पर फैली झूठी खबर से मचा बवाल।

राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध पुष्कर पशु मेले में शुक्रवार को अफरा-तफरी मच गई, जब सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल गई कि मेले में आई 21 करोड़ रुपए की भैंस की मौत हो गई है। कुछ ही घंटों में यह झूठी सूचना आग की तरह फैल गई और मेले में मौजूद पशुपालक व दर्शक दोनों ही सकते में आ गए। हालांकि अब सच्चाई सामने आ चुकी है, वह करोड़ों की भैंस पूरी तरह स्वस्थ और जिंदा है।

सोशल मीडिया पर फैली गलत खबर ने बढ़ाई अफरातफरी

मेले में मौजूद कुछ लोगों ने एक बीमार भैंस के उपचार का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसे लोगों ने गलत तरीके से 21 करोड़ की भैंस से जोड़ दिया। देखते ही देखते “21 करोड़ की भैंस की मौत” वाला संदेश वायरल हो गया। कुछ स्थानीय चैनलों और सोशल मीडिया पेजों ने भी बिना पुष्टि के खबर चला दी। इससे पशुपालकों में दहशत का माहौल बन गया। कई दर्शक उस स्टॉल पर पहुंच गए जहां भैंस मौजूद थी, ताकि खुद देख सकें कि मामला क्या है।

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पशुपालन विभाग ने दी सफाई: “भैंस पूरी तरह स्वस्थ है”

न्यूज़ 18 राजस्थान की ख़बर के अनुसार, स्थिति बिगड़ते देख पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने जांच के बाद बताया कि करोड़ों की भैंस एकदम ठीक है। विभाग ने लोगों से अपील की कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और पुष्कर मेले की परंपरा और भव्यता का आनंद लें।

मालिक बोले “थोड़ी थकान थी, अब बिल्कुल ठीक है”

भैंस के मालिक ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारी भैंस को किसी तरह की समस्या नहीं थी। यात्रा और प्रदर्शनी के कारण उसे थोड़ा आराम दिया गया था। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और मेले में ही मौजूद है।” उन्होंने साथ ही कहा कि झूठी खबर फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी अफवाहें न फैलें।

करोड़ों के पशु बने मेले की शान

पुष्कर पशु मेला हमेशा से देशभर के पशुपालकों का आकर्षण केंद्र रहा है। इस बार मेले में हरियाणा, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश से सैकड़ों कीमती पशु पहुंचे हैं। कई पशुपालक अपने पशुओं को वातानुकूलित ट्रेलरों में लाए हैं ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इस साल का मेला न केवल व्यापार और परंपरा का संगम है, बल्कि सोशल मीडिया की शक्ति और जिम्मेदारी की याद भी दिलाता है।

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