जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में 9 साल की छात्रा अमायरा की चौथी मंजिल से गिरने से मौत हो गई। CCTV में आत्महत्या जैसा दृश्य, लेकिन खून के निशान गायब होने से शक गहराया। FIR में स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप।

जयपुर। शनिवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। नीरजा मोदी स्कूल की चौथी क्लास में पढ़ने वाली 9 साल की बच्ची अमायरा की चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। CCTV फुटेज में बच्ची रेलिंग पर चढ़कर खुद कूदती नजर आई, लेकिन कई सवाल ऐसे हैं जो इस केस को रहस्यमयी बना रहे हैं-जैसे खून के धब्बों का गायब होना, स्कूल प्रशासन का चुप रहना और अधिकारियों का कहना कि जगह को साफ कर दिया गया था। आखिर इतनी बड़ी घटना के बाद भी सच्चाई क्यों छिपाई जा रही है?

कूद या कुछ और? क्या यह आत्महत्या का मामला है या सच्चाई कुछ और छिपी है?

पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन हालात कुछ और कहानी बयां कर रहे हैं। CCTV फुटेज में बच्ची खुद रेलिंग पर चढ़ती दिखती है, जबकि बाकी छात्र सामान्य रूप से इधर-उधर घूमते नजर आते हैं। सवाल उठता है कि स्कूल परिसर में इतनी सुरक्षा के बीच कोई बच्ची कैसे बिना किसी की नज़र में आए चौथी मंजिल तक पहुंच गई और वहां से कूद गई?

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स्कूल की चुप्पी से बढ़ा शक: क्यों नहीं बोले प्रिंसिपल और स्टाफ?

घटना के बाद जब पुलिस और अधिकारी स्कूल पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि जिस जगह बच्ची गिरी थी, उसे पूरी तरह साफ कर दिया गया था और वहां खून के कोई निशान नहीं थे। जिला शिक्षा अधिकारी राम निवास शर्मा ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने न तो सहयोग किया और न ही प्रिंसिपल का नंबर देने को तैयार हुए। प्रिंसिपल इंदु दवे के प्रतिनिधि ने तो अधिकारियों के कॉल तक नहीं उठाए।

माता-पिता ने जताया शक: स्कूल प्रशासन के खिलाफ FIR दर्ज

अमायरा के माता-पिता ने FIR दर्ज कराई है। उनका कहना है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत है। उन्होंने शिक्षकों और स्टाफ की भूमिका पर सवाल उठाए और मांग की कि स्कूल की CCTV फुटेज, सुरक्षा व्यवस्था और बच्चों पर निगरानी के तरीके की जांच होनी चाहिए।

अमायरा-एक मासूम जिन्दगी का अंत या सिस्टम की लापरवाही का परिणाम?

अमायरा अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। मां बैंक में काम करती हैं और पिता प्राइवेट कंपनी में। दोनों ने कहा कि उनकी बेटी खुशमिजाज थी और पढ़ाई में होशियार थी। फिर ऐसी बच्ची अचानक इतनी बड़ी बात कैसे कर सकती है? पुलिस अब स्कूल स्टाफ, CCTV फुटेज और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर हर एंगल से जांच कर रही है। SHO लखन खटाना के मुताबिक, मौत की असली वजह जांच के बाद ही सामने आएगी।

Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250.

वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ: 9999666555 , ISS iCall: 022-25521111, मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।