सार

राजस्थान में भाजपा का एमपी फार्मूला फिर से फेल , प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह का बयान भाजपा नेताओं को पसंद नहीं आएगा, बोले किसी भी कीमत पर टिकट बदले नहीं जाएंगे, जिसको जहां से टिकट मिला वह तैयारी शुरू कर दे

जयपुर। भाजपा के सारे फार्मूले राजस्थान में फेल होते नजर आ रहे हैं। पार्टी ने राजस्थान से पहले एमपी में टिकट डिक्लेअर किया और इसमें कई सांसदों को टिकट दिए गए। राजस्थान में जब यह फार्मूला लागू किया गया तो पहली लिस्ट में 7 सांसदों को विधायकी का टिकट दिया गया लेकिन यहां मामला उल्टा हो गया। इन सातों सांसदों का विरोध शुरू हो गया। उसके बाद भाजपा ने जो दूसरी लिस्ट निकली उसमें एक भी सांसद को टिकट नहीं दिया। इससे साफ है कि एमपी का पहला फार्मूला राजस्थान में फेल हो गया।

प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने प्रत्याशी बदलने से किया इनकार
अब एमपी का दूसरा फार्मूला भी राजस्थान में फेल हो गया। वह यह कि एमपी में पार्टी ने कई टिकट पर लगातार विरोध को देखते हुए प्रत्याशी बदल दिए हैं। अब राजस्थान में भी भाजपा के कई नेता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वह भी प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इन सब की उम्मीदों को आज भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने तगड़ा झटका दे दिया। अरुण सिंह ने स्पष्ट शब्दों में यह कहा है कि राजस्थान में पार्टी कोई भी टिकट बदलने वाली नहीं है, फिर चाहे इसके लिए किसी भी हद तक जाना पड़ जाए।

30 से ज्यादा सीटों पर विरोध
दरअसल पार्टी ने राजस्थान में करीब 120 से ज्यादा टिकट घोषित कर दिए हैं, लेकिन इसके बाद करीब 30 से ज्यादा सीटों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है, जो अब तक जारी है। पार्टी ने कई नेताओं के टिकट काट दिए, कई जगह पर नेता और अधिकतर जगहों पर उन नेताओं के समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।

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पार्टी ने कई टिकट आपस में बदल दिए
पार्टी ने कई टिकट आपस में बदल दिए। उसका भी विरोध किया जा रहा है। राजस्थान में जयपुर में चार जगह पर, बूंदी में दो जगह पर, भीलवाड़ा में दो जगह पर, पाली में दो जगह पर, कोटपूतली में दो जगह और गंगानगर में भी दो जगह पर प्रत्याशियों को बदलने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। इसके अलावा भी अन्य शहरों से कई जगहों पर प्रत्याशी बदलने के लिए चर्चा चल रही है, लेकिन इन तमाम चर्चा पर अब ब्रेक लग गया है।