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बाड़मेर में बारिश ने मचाई भारी तबाही: 500 से ज्यादा गांव हुए ब्लैक आउट, दिल दहला देंगी ये तस्वीरें
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अरब सागर में उठे चक्रवात तूफान बिपरजॉय ने राजस्थान में बीते 3 दिनों से भयंकर तबाही मचाई हुई है। राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके जोधपुर-जालौर और बाड़मेर में जहां लोगों को पीने का पानी तक बड़ी मुश्किल से नसीब होता। वहां हालात यह है कि समुद्र जैसा मंजर नजर आ रहा है।
लोगों के खेत में बारिश रुकने के घंटों बाद तक पानी जमा हुआ है। शहरों और कस्बों में चार-चार फीट तक पानी है। हर तरफ लोग अपनी जान बचाने के लिए छत ऊपर चढ़े हुए हैं। हालांकि अब इस रेगिस्तानी इलाके में तूफान का असर खत्म हो चुका है लेकिन राजस्थान के अन्य कई जिलों में आज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं आज सुबह पाली में पानी में डूबने से दो लोगों की मौत भी हो गई। आंकड़ों के मुताबिक अब तक इस तूफान से राजस्थान में 7 लोगों की मौत हो चुकी है। 500 से ज्यादा गांव तो ब्लैक आउट हो चुके हैं। कई घर के घर पानी में समा गए हैं।
यदि बात करे राजस्थान में बारिश के आंकड़ों की तो अब तक के सबसे ज्यादा बारिश जालौर के आहोर में 471 एमएम बारिश हुई है। यह बारिश मानसून में 3 महीने तक होने वाली बारिश से भी ज्यादा है। वही राजस्थान में जोधपुर से जालोर के लिए चलने वाली 11 ट्रेनों का संचालन आज रात 12 बजे तक बंद रहेगा जबकि कई ट्रेनें 2 से 3 घंटे की दिल से चल रही है।
बारिश के चलते राजस्थान के अजमेर जिले के सबसे बड़े जेएलएन हॉस्पिटल में बीती रात वार्ड के अंदर 1 फीट तक पानी भर गया। जिससे कि हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बारिश के चलते राजस्थान के अजमेर जिले के सबसे बड़े जेएलएन हॉस्पिटल में बीती रात वार्ड के अंदर 1 फीट तक पानी भर गया। जिससे कि हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
भूजल विशेषज्ञों की माने तो राजस्थान में तूफान के असर से हुई बारिश से करीब दो दशक पुराने रिकॉर्ड टूट चुके हैं। बारिश के बाद रेगिस्तानी इलाके में भूजल का स्तर भी बढ़ने वाला है।
राजस्थान के राजसमंद जिले में तो इस बारिश ने इतना ज्यादा कहर बरपाया कि वहां एक पहाड़ी पर बने होटल का गार्डन जिसके नीचे मिट्टी थी वह पूरा का पूरा ही बह गया हालांकि गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
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