सार
बिपरजॉय चक्रवाती तूफान ने राजस्थान के बाड़मेर जिले में ऐसी तबाही मचाई है कि देखकर दिल दहल जाए। लगातार 40 घंटे से ज्यादा मूसलाधार बारिश ने बाढ़ के हालात पैदा कर दिए। सैंकड़ों घर और कई पुल-बांध टूट गए। दर्जनों लोगों की मौत भी हुई है।
बाड़मेर. राजस्थान में इन दिनों अरब सागर से उठा चक्रवात बिपरजॉय जमकर कहर बरपा रहा है। राजस्थान में अब भी कई शहरों में करीब 10- 10 फीट तक पानी सड़कों पर भरा हुआ है। हजारों लोग बेघर हैं। जिन्होंने शेल्टर में शरण ली हुई है। हालांकि अब बारिश का दौर थोड़ा थमा है। लेकिन हालात बदलने में अभी थोड़ा टाइम लगेगा। लेकिन राजस्थान में अब बारिश रुकने के बाद प्रकृति अपना कहर ढहा रही है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के राजसमंद जिले से सामने आया है। जहां बारिश रुकने के बाद 2 लोगों की मौत हो गई।
शरण लेना बन गया उसकी मौत का कारण
पहली घटना पुठोल के बागोटा गांव में हुई। जहां 46 वर्षीय प्रेम सिंह राजपूत अपनी बकरियों को चराने के लिए पहाड़ी की तरफ गया हुआ था। जब बारिश आई तो उसने सोचा कि क्यों न पहाड़ी के नीचे शरण ले ली जाए। लेकिन उसे क्या पता था कि यही शरण लेना उसकी मौत का कारण बन जाएगा। करीब आधे घंटे तक हुई बारिश के बाद बारिश तो रुक गई लेकिन चट्टान का एक टुकड़ा सीधा उसके शरीर पर आ गिरा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जब इस बात की सूचना मिली तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
कहीं ढह गई घर की छत तो कहीं लोगों के ऊपर जा गिरे पेड
वहीं दूसरा हादसा केलवा इलाके में हुआ। जहां सरिता नाम की महिला अपने घर के बरामदे में बैठी हुई थी।लेकिन ऊपर लगा हुआ छज्जा बारिश का पानी रिसने के कारण कमजोर हो चुका था। जो अचानक सरिता पर आ गिरा सरिता को भी डॉक्टरों ने तुरंत मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं इसके अलावा राजस्थान में करीब 10 ऐसे हादसे हुए हैं जिनमें दीवारें गिरने से भी लोग घायल हो चुके हैं। बरहाल प्रशासन ने मुआवजा देने की बात तो कह दी लेकिन अब देखते हैं कि लोगों को मुआवजा आखिरकार कब तक मिल पाता है। वहीं यदि बात करें राजस्थान में इस बारिश से हुए नुकसान की तो यह अब अरबों रुपए में पहुंच चुका है। जालौर जैसे कई इलाके तो ऐसे हैं जहां एक दुकान में ही लाखों रुपए का नुकसान हुआ है क्योंकि दुकानों में करीब 7- 7 फुट तक पानी भर चुका है।