सार

राजस्थान के चितौड़गढ़ से दोस्ती को लेकर एक दिलचस्प मामला आया है। जहां बचपन के दो दोस्त एक साथ एक ही स्कूल में पढ़े, एक साथ सरकारी नौकरी भी लगी। लेकिन अब दोनों एक साथ जेल भी पहुंच गए। एक पुलिस इंस्पेक्टर है तो दूसरा पटवारी है।

चित्तौडगढ़ (राजस्थान). कहते हैं दोस्ती सबसे करीब का रिश्ता होता हैं। दोस्त ही तो होते हैं जो सुख से पहले दुख में काम आते हैं। लेकिन राजस्तान के चित्तौडगढ़ से दोस्ती की एक ऐसी खबर अजब-गजब खबर सामने आई है, जिसे जानकर सभी मुस्कुरा रहे हैं। दरअसल, रामसिंह और देवेन्द्र नाम के दो दोस्तों ने तो गजब ही कर दिया। बचपन से साथ रहे, साथ पढ़े, साथ खेले, फिर साथ ही नौकरी लगी और अब साथ ही जेल भी जा रहे हैं। दोनो ने साथ मिलकर काम ही ऐसा किया है।

अब दोनों दोस्त छलाकों के पीछे पहुंचे

यह पूरा मामला राजस्थान के चित्तौडगढ़ जिले से है और इस मामले में उदयपुर एसीबी की टीम ने कार्रवाई की है। मामला सिर्फ तीन हजार रुपए से जुड़े हुए एक ट्रेप का है। आज दोनो दोस्तों को जेल भेज दिया गया है। दरअसल चित्तौड़गढ़ जिले के कोतवाली थाने में सब इंस्पेक्टर रामसिंह गुर्जर तैनात है। वे अभी ट्रेनी हैं और काम सीख रहे हैं। थाना इलाके में पिछले दिनों एक युवती ने रेप का आरोप लगाया था एक व्यक्ति पर। उसे पकड लिया गया और जेल में बंद कर दिया गया। उसकी पत्नी से रिश्वत लेने के मामले में इंस्पेक्टर को पकड लिया गया। पति को छोड़ने की एवज में पत्नी से दस हजार रुपए मांगे। पत्नी जैसे तैसे तीन हजार का इंतजाम कर सकी और उसके बाद रुपए लेकर कल रात थाने जा पहुंची।

रिश्वत देने से पहले महिला ने लगाया गजब आईडिया

थाने में रामसिंह गुर्जर और उसका पटवारी दोस्त देवेन्द्र बारेठ बैठा था। यह पहले ही तय हो गया था कि जो भी रकम आएगी दोनो दोस्त आधा आधा बांट लेगें और पार्टी करेंगे। लेकिन महिला दिमागदार निकली। वह एसीबी के पास गई और इसकी सूचना दी। एसीबी ने शिकायत जांची तो वह सही पाई गई। उसके बाद जैसे ही महिला ने तीन हजार रुपए इंस्पेक्टर को दिए तो एसीबी ने धावा बोल दिया। इतनी देर में ये पैसे रामसिंह ने अपने पटवारी दोस्त को दे दिए थे। दोनो ही दोस्तों को एसीबी ने उठा लिया और उसके बाद आज दोनो को जेल भेज दिया गया।