सार

बीकानेर के पंचशती सर्किल स्थित ग्रेजुएट हनुमान मंदिर में छात्र परीक्षा से पहले अपना रोल नंबर लिखकर मनोकामना मांगते हैं। कईयों का मानना है कि यहां मांगी मुराद पूरी होती है, यहां तक कि IAS-IPS भी बन गए हैं!

बीकानेर. राजस्थान में भगवान के कई चमत्कारी मंदिर है। इन्हीं में से एक ग्रेजुएट हनुमान का मंदिर है। जो बीकानेर के पंचशती सर्किल के पास स्थित है। इस मंदिर का ग्रेजुएशन हनुमान मंदिर नाम पड़ने का एक कारण यह भी है कि यहां सबसे ज्यादा वह स्टूडेंट आते हैं जो ग्रेजुएशन करने वाले हो।

इस मंदिर में दर्शन करने वाले कई स्टूडेंट IAS और IPS भी बन चुके

इस मंदिर को लेकर एक मान्यता यह भी है कि यदि स्टूडेंट अपना रोल नंबर गर्भगृह के पीछे स्थित दीवार पर लिख देते हैं और साथ में भगवान के लिए मैसेज भी लिख देते हैं तो स्टूडेंट की मनोकामना पूरी होती है। बताया जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करने वाले कई स्टूडेंट IAS और IPS भी बन चुके हैं।

बड़ी-बड़ी परीक्षा से पहले स्टूडेंट यहां दर्शन करने आते

वैसे तो यह मंदिर करीब 50 साल पुराना है लेकिन पहले इसका नाम मंशापूर्ण हनुमान मंदिर था लेकिन जैसे-जैसे यहां युवाओं की मनोकामना पूरी होती गई और मंदिर का प्रचार प्रसार होता रहा तो इस मंदिर का नाम ग्रेजुएट हनुमान मंदिर हो गया। केवल ग्रेजुएशन करने वाले ही नहीं बल्कि इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसे परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट भी यहां पर दर्शन करने के लिए आते हैं।

पुजारी ने बताया स्टूडेंट्स की कैसे पूरी होती है मनोकामना

मंदिर के पुजारी कैलाश शर्मा बताते हैं कि नौकरी लगने के बाद भी भक्त यहां पर दर्शन करने के लिए आते हैं और अपनी अगली मनोकामना भगवान के समक्ष रख देते हैं। कई ऐसे स्टूडेंट है जो बहुत कम समय में भी तैयारी करके अच्छी नौकरियां लग चुके हैं। मंदिर के ही भक्त ललित कुमार बताते हैं कि यहां पर आने वाले स्टूडेंट परीक्षा के पहले अपना रोल नंबर यहां पर लिख देते हैं। स्टूडेंट यहां पर खुद की सफलता के अलावा परिवार की सुख और समृद्धि के लिए भी कामना करते हैं। जब मनोकामना पूरी होती है तो सभी परिवार के साथ दर्शन करने के लिए यहां पर आते हैं।

 

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