Udaipur Files : कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी पक्ष केंद्र सरकार द्वारा गठित जांच कमेटी के सामने अपनी बात रखें।
Udaipur Files Controversy : बहुचर्चित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज़ पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल रोक बरकरार रखी है। बुधवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने फिल्म के निर्माता-निर्देशक को कोई राहत नहीं दी। साथ ही कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी संबंधित पक्ष केंद्र सरकार द्वारा गठित जांच कमेटी के समक्ष आज दोपहर 2:30 बजे तक अपनी बात रखें।
सुप्रीम कोर्ट से पहले हाईकोर्ट लगा चुका रोक
कोर्ट ने यह भी कहा कि इस विषय में कोई भी पक्षपात न हो, इसलिए आरोपी मोहम्मद जावेद को भी कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखने की अनुमति दी गई है। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म पर अंतरिम रोक लगाई थी, जिसे अब सुप्रीम कोर्ट ने भी बनाए रखा है।
2022 में हुई थी दर्ज़ी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ वर्ष 2022 में उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या की घटना पर आधारित है। फिल्म को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यह सांप्रदायिक तनाव को भड़काने वाली हो सकती है। इसी आधार पर कोर्ट में याचिका दाखिल कर फिल्म की रिलीज़ पर रोक की मांग की गई थी।
‘उदयपुर फाइल्स’ निर्माता रखी ये बात
फिल्म के पक्ष में खड़े लोगों का कहना है कि यह फिल्म अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत आती है और सच्ची घटना पर आधारित है, इसलिए इसे रोका जाना उचित नहीं है। वहीं विरोध करने वालों का तर्क है कि फिल्म को लेकर सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सभी पक्षों से संतुलित और संवेदनशील रुख अपनाने की अपील की है। केंद्र सरकार ने भी इस विषय पर विशेष समिति गठित कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा है।
अब कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही फिल्म की आगे की किस्मत तय होगी — क्या यह थियेटरों में दिखेगी या पाबंदी जारी रहेगी, इसका फैसला आने वाले दिनों में साफ होगा।
