सार

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने एक अजीब मांग उठा दी है। उन्होंने भारत सरकार से अन्य धर्मों से पहले चंद्रमा पर अपना स्वामित्व जताने का आह्वान किया है। 

 

नई दिल्ली. चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने एक अजीब मांग उठा दी है। उन्होंने भारत सरकार से अन्य धर्मों से पहले चंद्रमा पर अपना स्वामित्व जताने का आह्वान किया है। हालांकि चक्रपाणि महाराज अपनी टिप्पणियों के कारण अकसर विवादों में घिर जाते हैं।

चंद्रयान-3 सफल लैंडिंग-कौन हैं चक्रपाणि महाराज?

पिछले सप्ताह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसरो के चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि जिस स्थान पर लैंडर उतरा, उसे 'शिव शक्ति प्वाइंट' के नाम से जाना जाएगा। इसके बाद अब अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने भारत सरकार से अन्य धर्मों से पहले चंद्रमा पर अपना स्वामित्व जताने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि संसद इस आशय का एक प्रस्ताव पारित करे।

स्वामी चक्रपाणि महाराज के विवादित बयान

स्वामी चक्रपाणि अकसर अपने बयानों के कारण विवादों में आ जाते हैं। 2020 में जब देश में कोरोनोवायरस महामारी फैली थी, तब उन्होंने दिल्ली एक 'गौमूत्र पार्टी' का आयोजन किया, जहां उन्होंने और उनके साथी अखिल भारतीय हिंदू महासभा के सदस्यों ने बीमारी से बचने के लिए गोमूत्र पीया था।

तब उन्होंने कार्यक्रम में कहा था, "कोरोनावायरस उन लोगों के कारण आया है, जो जानवरों को मारते हैं और खाते हैं। जब आप किसी जानवर को मारते हैं, तो यह एक प्रकार की ऊर्जा पैदा करती है, जो उस स्थान पर विनाश का कारण बनती है।"

चक्रपाणि महाराज ने कहा था कि वैश्विक नेताओं को भारत से गौमूत्र आयात करवाना चाहिए, क्योंकि भगवान केवल भारतीय गाय में ही निवास करते हैं, किसी विदेशी नस्ल में नहीं।

अब चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद उनका ये अजीब बयान सामने आया है। इस बयान का उनका वीडियो वायरल हुआ है। हालांकि ज्यादातर लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं।

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