आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से जारी है। 64.9 किमी लंबे इस प्रोजेक्ट से हाथरस से आगरा का सफर 35 मिनट में तय होगा। दो चरणों में बन रहे इस मार्ग पर ‘जितना सफर उतना टोल’ लागू होगा। पूरी जानकारी यहां पढ़ें।
सफर के रास्ते केवल दूरी नहीं घटाते, बल्कि ज़िंदगी की रफ्तार भी बदल देते हैं. हाथरस से आगरा जाने वाला वही सफर, जो सालों से जाम, सिंगल लेन और धीमी रफ्तार का बोझ ढोता रहा, अब अपनी परिभाषा बदलने वाला है. नए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो चुका है और उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी एक नई छलांग लेने की तैयारी में है.
एक्सप्रेस-वे से कम होगी दूरी और समय की खपत
Agra-Aligarh Green Field Expressway बनने के बाद हाथरस से आगरा की दूरी तय करने का समय कम होकर सिर्फ 35 मिनट रह जाएगा. जहां पहले तकरीबन डेढ़ घंटे लगते थे, वहीं अब यह यात्रा हाई-स्पीड लेन के कारण बेहद आसान हो जाएगी.
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64.9 किलोमीटर लंबा मार्ग, 66 गांवों से होगा गुजराव
यह एक्सप्रेस-वे कुल 64.9 किमी लंबा होगा और 66 गांवों को जोड़ते हुए आगे बढ़ेगा. इनमें से हाथरस जिले के 48 गांव, अलीगढ़ के 14 और आगरा के 4 गांव शामिल हैं. प्रोजेक्ट में सबसे अधिक प्रभाव हाथरस क्षेत्र पर पड़ेगा, जहां नई सड़क विकास की दिशा तय करेगी.
NHAI कर रहा निर्माण, दो चरणों में पूरा होगा प्रोजेक्ट
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण दो चरणों में कर रहा है.
- पहला चरण: आधारभूत संरचना, लेवलिंग और प्रमुख निर्माण.
- दूसरा चरण: सड़क की फिनिशिंग, सुरक्षा उपाय, साइनज और फाइनल टच
पूरा होने के बाद यह क्षेत्र का प्रमुख हाई-स्पीड कनेक्टिविटी कॉरिडोर बन जाएगा.
यात्रियों के लिए राहत, लागू होगी ‘जितना सफर उतना टोल’ प्रणाली
इस एक्सप्रेस-वे पर बंद टोलिंग व्यवस्था लागू होगी. यानी वाहन चालकों से केवल उतना ही टोल वसूला जाएगा, जितना वह एक्सप्रेस-वे का उपयोग करेंगे. इससे यात्रा किफायती होगी और अनावश्यक टोल देने से राहत मिलेगी.
बदल जाएगी यात्रा का अनुभव
एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद आगरा जाने वाले यात्रियों को पुराने रास्तों की धीमी गति, ट्रैफिक और सिंगल लेन की परेशानी से छुटकारा मिलेगा. हाई-स्पीड लेन, सीमित एंट्री-एग्जिट प्वाइंट और उन्नत सुरक्षा व्यवस्था यात्रा को और बेहतर बनाएगी.
दिसंबर 2027 तक ट्रैफिक के लिए खोले जाने की योजना
योजना के मुताबिक, दिसंबर 2027 तक यह एक्सप्रेस-वे चालू किया जा सकता है. अलीगढ़ में यह दिल्ली-कानपुर हाईवे से जुड़ेगा. इसे मजबूत बनाने के लिए कुल 49 ओवरब्रिज, अंडरपास और रेलवे ओवरब्रिज (ROB) भी तैयार किए जाएंगे. यह प्रोजेक्ट हाथरस, अलीगढ़ और आगरा के बीच कनेक्टिविटी का नया युग लेकर आएगा.
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