सार

उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। सुरक्षा और जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए खास तौर पर ATS की एक यूनिट को बुलाया गया है।

मुजफ्फरनगर कांवड़ यात्रा: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। इसके मद्देनजर UP ATS की मुजफ्फरनगर में तैनाती की गई है। उन्हें कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस प्रशासन भी सतर्क है। यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा बरती जा रही है।  SSP अभिषेक सिंह ने सुरक्षा के प्रति अलर्ट रहने की हिदायत दी है। सुरक्षा में शामिल जवानों को कांवड़ रूट के संबंध में बताया गया और उन्हें मुस्तैदी से निगरानी का आदेश दिया गया है।

SSP अभिषेक सिंह ने कहा-"धार्मिक यात्राओं में आमतौर से आतंकी हमले का खतरा बना रहता है। इसको ध्यान में रखते हुए ATS की तैनात की गई है। एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स, 6 कंपनी पीएसी और एक फ्लड यूनिट पहले से ही भक्तों की सुरक्षा में तैनात है। "बता दें कि यूपी में हर दिन लाखों की संख्या में कांवड़ियां गंगाजल लेकर शिव मंदिरों की ओर जाते हैं। इसलिए प्रशासन की तरफ से उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कांवड़ यात्रा रूट के चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं।

मुजफ्फरनगर में बिछा CCTV का जाल

मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा रूट लगभग 240 किलोमीटर का है। हर मूवमेंट पर नजर रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने 2 हजार से ज्यादा जगहों पर CCTV लगाया है। 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हुई है। श्रद्धालु उत्तराखंड में हरिद्वार और अन्य जगहों से जल लेकर शिवमंदिरों में भगवान भोलेनाथ को इसे चढ़ाते हैं। बता दें, यूपी में कांवड़ यात्रा पिछले कुछ दिनों से चर्चा में बना हुआ है। यूपी सरकार ने आदेश निकाला था कि कांवड़ियों के रूट में पड़ने वाले दुकानों पर दुकानदार अपना नेमप्लेट लगाएंगे। इस आदेश पर सुप्रीमकोर्ट ने अग्रिम आदेश तक के लिए रोक लगा दिया है।

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