सार
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए नेपाल से चली कलश यात्रा गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुकी है। कलश में नेपाल की प्रमुख नदियों का पवित्र जल है। नेपाल स्थित गहवा माई मंदिर की तरफ से यह जल इकट्ठा किया गया है।
गोरखपुर/अयोध्या। अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजेंगे। नेपाल की पवित्र नदियों से रामलला का अभिषेक किया जाएगा। नेपाल के जनकधाम से पवित्र नदियों का जल लेकर एक कलश यात्रा नेपाल से निकली थी। 28 दिसंबर की देर रात कलश यात्रा बिहार के गोपालगंज और अब गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पहुंची है।
गोरखनाथ मंदिर पहुंची कलश यात्रा
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए नेपाल से चली कलश यात्रा गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुकी है। कलश में नेपाल की प्रमुख नदियों का पवित्र जल है। नेपाल स्थित गहवा माई मंदिर की तरफ से यह जल इकट्ठा किया गया है। कलश यात्रा नेपाल से वाया बिहार होते हुए गोरखनाथ मंदिर पहुंची। जहां विधि विधान से उसकी पूजा अर्चना की गई। अब यह कलश अयोध्या के लिए रवाना किए जाएंगे।
27 दिसम्बर सुबह 10 बजे नेपाल से निकली कलश यात्रा
बताया जा रहा है कि यह कलश यात्रा सीता माता की जन्मस्थली जनक धाम से निकली है। कलशों में भरा पवित्र जल टंडली, महाकाली, नारायणी, त्रिवेणी, गंडकी, कोसी नदियों से भरा गया है। कलश यात्रा नेपाल से 27 दिसम्बर को सुबह 10 बजे निकली थी। करीबन 14 घंटों में गोपालगंज पहुंची। रास्ते में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उम्मीद जताई जा रही है कि पवित्र जल से भरे कलश 29 दिसम्बर की शाम तक अयोध्या पहुंच जाएंगे।