सार

बहराइच में एक मां ने अपने बच्चे को बचाने के लिए भेड़िए का सामना किया। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद, मां ने अपने बच्चे की जान बचाई। महिला की बहादुरी की प्रशंसा हो रही है, लेकिन वह अभी भी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है।

बहराइच. उत्तर प्रदेश के बहराइच में अपने बेटे की जान बचाने के लिए एक मां शेरनी बनाकर भेड़िए से भिड़ गई, हालांकि भेड़िए का सामना करने में वह गंभीर रूप से घायल हो गई, लेकिन उसने अपने बच्चे को बचा लिया। महिला के अकेले भेड़िए का मुकाबला करने की हिम्मत की हर कोई तारीफ कर रहा है। लेकिन अब महिला अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। 

मां ने अकेले किया भेड़िए का मुकाबला

आपको बतादें, यूपी के बहराइच में पिछले कई दिनों से भेड़िए का आतंक मचा हुआ है। भेड़ियों का समूह पिछले दो महीने में एक दर्जन से अधिक लोगों को मार कर खा गया है। इस कारण क्षेत्र में दहशत मची हुई है, लोग दिन में भी घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं। इसी बीच महसी तहसील के सिंघिया नसीरपुर गांव में एक महिला अपने बच्चे की जान बचाने के लिए भेड़िए से भिड़ गई। उसने अपने बच्चे को पीठ पर टांगा और भेड़िए के वार को सहती रही। उसने भेड़िए का मुकाबला भी किया, लेकिन हिम्मत नहीं हारी और अपने कलेजे के टुकड़े को बचा लिया। 

28 साल की गुड़ियां भेड़िए से भिड़ी

जो महिला भेड़िए से भिड़ गई उसकी उम्र में महज 28 साल है और उसका नाम गुड़िया है, वह फिलहाल अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है। महिला ने रोते-रोते बताया कि जब भेड़िए ने उसके बच्चे पर हमला किया तो उससे देखा नहीं गया और वह अपनी जान की परवाह किए बगैर ही भेड़िए से भिड़ गई। 

भेड़िए के नहीं मिले पद चिन्ह

इस मामले में वन विभाग का कहना है कि महसी क्षेत्र में एक ही रात में तीन लोगों पर वन्य जीव का हमला हुआ है, हालांकि उनका यह कहना भी है कि यह हमला भेड़िए का प्रतीत नहीं होता है, क्योंकि मौके पर कहीं भी भेड़िए का कोई निशान नहीं मिला है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि यह हमला भेड़िए ने ही किया है, चूंकि रात को बारिश हुई थी इस कारण भेड़िए के फुट प्रिंट मिलना संभव नहीं है।

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