Bareilly Teacher viral video: बरेली के सरकारी स्कूल में शिक्षक रजनीश गंगवार द्वारा कांवड़ यात्रा पर कविता पढ़ने पर विवाद, धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप, वीडियो वायरल होने के बाद FIR दर्ज, पुलिस कर रही है जांच।

Bareilly teacher FIR: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने शिक्षा जगत के साथ-साथ समाज में विचारों की स्वतंत्रता को लेकर बहस छेड़ दी है। एमजीएम इंटर कॉलेज के एक शिक्षक रजनीश गंगवार पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। उन पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल में छात्रों के सामने ऐसी कविता पढ़ी जिससे कुछ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।

कविता में क्या था, जिससे हुआ विवाद?

वायरल हो रहे 26 सेकंड के वीडियो में रजनीश गंगवार छात्रों से कहते सुने जा सकते हैं, “तुम कांवड़ लेने मत जाना, ज्ञान का दीप जलाना। कांवड़ ले जाकर कोई एसपी-डीएम नहीं बना है।” इसके बाद वे यह भी कहते हैं, “मानवता की सेवा करो और सच्चे इंसान बनो।”

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यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसके बाद स्थानीय कार्यकर्ता शक्ति गुप्ता ने शिक्षक के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।

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कौन सी धारा में दर्ज हुआ मामला और क्या कहती है कानून व्यवस्था?

पुलिस ने इस मामले को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353(2) के तहत दर्ज किया है। यह धारा उन मामलों में लगाई जाती है जहां किसी व्यक्ति की बात या व्यवहार से सामाजिक समूहों के बीच वैमनस्य या नफरत फैल सकती हो। हालांकि इस धारा में अधिकतम तीन साल की सजा का प्रावधान है, इसलिए फिलहाल शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं की गई है।

पुलिस अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है और आगे की कार्रवाई इसी के आधार पर की जाएगी।

शिक्षक का पक्ष: क्या हो रही है किसी साजिश की आशंका?

रजनीश गंगवार ने अपने बचाव में कहा है कि उन्होंने किसी भी धार्मिक परंपरा का अपमान नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि स्कूल में एक साहित्यिक गतिविधि के दौरान यह कविता पढ़ी गई थी और इसमें कहीं भी आपत्तिजनक बात नहीं थी।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके खिलाफ स्कूल के भीतर ही कुछ लोग साजिश कर रहे हैं। गंगवार ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले भी उनके खिलाफ एक झूठी FIR दर्ज कराने की कोशिश की गई थी जिसमें वे निर्दोष साबित हुए।

स्कूल प्रशासन की प्रतिक्रिया क्या रही?

स्कूल के प्रिंसिपल अशोक कुमार गंगवार ने पुष्टि की कि कविता शनिवार को कक्षा में सुनाई गई थी। उन्होंने शिक्षक से इस संबंध में स्पष्टीकरण भी मांगा है। फिलहाल स्कूल स्तर पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन पूरा मामला पुलिस जांच के दायरे में है।

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