सार
अयोध्या नगरी में आने वाले समय में जल्द ही आपको व्यापक बदलाव देखने को मिलेंगे। अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बन रहे 'रामायण आथ्यात्मिक वन' में आपको श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास की अनुभूति होगी।
अयोध्या। अयोध्यानगरी का कायाकल्प हो गया है। राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या देश-दुनिया के चर्चित स्थानों में शामिल हो गया है। यहां राम लला के जन्म के साथ ही उनके वनवास जाने से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी। सरयू नदी के तट पर बन रहे रामायण आध्यात्मिक वन को देखकर आपको राम के 14 वर्ष के वनवास की अनुभूति होगी।
इकोलॉजिकल फॉरेस्ट एरिया यानी रामायण आध्यात्मिक वन ओपेन म्यूजियम जैसा होगा। इस वन में रामायण काव्य से जुड़ी तमाम जानकारियां उपलब्ध रहेंगी। भगवान राम, रामायण, अयोध्या के साथ ही सरयू नदी हिन्दू धर्म की आस्था का प्रतीक हैं। सरयू नदी के किनारे ही भगवान राम का जीवन बीता है। यह वास्तव में सरयू नदी के तट का विस्तार करना है।
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इकोलॉजकल फॉरेस्ट एरिया कराएगा राम वनवास की अनुभूति
राम मंदिर निर्माण के पहले फेज का काम पूरा होने जा रहा है। ऐसे में सरयू के तट पर बन रहे आध्यात्मिक वन में रामायण के घटनाचक्र को दर्शाया गया है। इसमें भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के दौरान उनकी यात्रा का दिखाया गया है। इस इकोलॉजकल फॉरेस्ट एरिया को इस प्रकार से डेवलप किया जा रहा है कि यहां घूमने आने वाले लोगों को प्रभु राम के 14 साल के वनवास का अनुभव हो सके। इससे आध्यात्मिक और संस्कृति का विकास होने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
85 करोड़ से अपग्रेड हो रहा अयोध्या
अयोध्या को 85 हजार करोड़ से अपग्रेड किया जा रहा है। यह प्रदेश के विकास के मास्टर प्लान के तहत ही हो रहा है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत रामायण आध्यात्मिक वन का निर्माण किया जा रहा है। इसका भ्रमण कर निश्चित ही लोगों को आनंद आएगा।