सार
कानपुर के मूलगंज स्थित मर्केंटाइल मार्केट की थर्ड फ्लोर पर सोमवार देर रात लगी आग में 6 मजदूर झुलस गए, जबकि जान बचाने कूदे तीन के हाथ-पैर टूट गए। हालांकि हादसे में 250 मजदूरों को बचा लिया गया।
कानपुर.कानपुर के मूलगंज स्थित मर्केंटाइल मार्केट की थर्ड फ्लोर पर सोमवार देर रात लगी आग में 6 मजदूर झुलस गए, जबकि जान बचाने कूदे तीन के हाथ-पैर टूट गए। हालांकि हादसे में 250 मजदूरों को बचा लिया गया। इस आग के पीछे चौंकाने वाली वजह सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि यहां मजदूरों के बीच आए-दिन झगड़ा होता था। आशंका है कि आग किसी ने लगाई हो।
कानपुर मर्केंटाइल मार्केट आग का अपडेट, पढ़िए 10 बड़े पॉइंट्स
1.FSO दीपक शर्मा के मुताबिक, मूलगंज अस्पताल रोड पर मर्केंटाइल मार्केट में सोमवार रात करीब 9.50 बजे शॉट सर्किट से आग की सूचना मिली थी।
2.मर्केंटाइल मार्केट की चार मंजिला इमारत में सैकड़ों दुकानें, आफिस और दफ्तर हैं। यहीं मजदूरों के रहने के लिए हॉल बना हुआ है। आग ने थर्ड फ़्लोर तक को चपेट में ले लिया था। वहां मेट्रो में काम करने वाले 35 मजदूर फंस गए थे।
3. हालांकि अग्निकांड में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है। आग की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पहुंची। उन्होंने 35 मजदूर को सीढ़ी के सहारे बचाया। फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों ने 2 घंटे बाद आग पर काबू पाया।
4. हालांकि चौथी मंजिल पर फंसे लोगों को जब सीढ़ी के जरिये नीचे उतारा जा रहा था, तब वे डरकर नीचे कूद गए। इस हादसे में कुछ मजदूरों के हाथ-पैर टूट गए।
5. इससे पहले आग की सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों से व्यापारियों की नोक-झोंक हो गई। व्यापारियों का कहना था कि उन्हें सामान नहीं निकालने दिया और मार्केट में एंट्री बैन कर कर दी।
6. कहा जा रहा है कि इसी बिल्डिंग में द बुक स्टोर नाम से दुकान और गोदाम है। गोदाम के मालिक सुभाष मिश्रा ने मीडिया को बताया कि यहां के मजदूर आए-दिन झगड़ा करते हैं। सोमवार रात भी उनमें झगड़ा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि यह आग कोई साजिश तो नहीं है।
7.गोदामों के बीच में खाली कमरों में मेट्रो निर्माण में लगे करीब 250 मजदूर रहते हैं। आग लगते ही उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई।
8.आग लगने पर बिल्डिंग में अफरा-तफरी मच गई। लेकिन धुआं भरने से लोगों को कुछ दिख नहीं रहा था, इ इसलिए वे एक-दूसरे से टकराकर घायल हो गए।
9. आरोप है कि किराए के लालच में बना सेफ्टी के बिल्डिंग के कमरे मजदूरों को किराए पर दे दिए। मजदूर बिल्डिंग में ही खाना पकाते हैं।
10.बिल्डिंग में आग से सुरक्षा के इंतजाम भी फेल दिखे। दीवारों पर अग्निशमन यंत्र तो टंगे थे, मगर वे एक्सपायर हो चुके थे। लोगों ने उन्हें यूज करना चाहा, मगर वे बेकार साबित हुए।
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