सार
यूपी के गोरखपुर में एक युवक ने पत्नी और बच्चों की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बताया कि इंद्रबहादुर कर्ज में डूबा हुआ था। वह जुआ का आदी था और इसी में बर्बाद हो चुका था।
गोरखपुर: गोला के देवकली का रहने वाला इंद्रबहादुर जुआ का आदी था। उसने गांव में कई लोगों से कर्ज ले रखा था। शनिवार को भी उसने कर्ज पर तकरीबन 50 हजार रुपए लिए और जुए में उसे हार गया। घर के हालातों को जान रही पत्नी को जब इस बारे में पता लगा तो उसने पति से विवाद किया। लोगों ने बताया कि कर्ज के चलते ही इंद्रबहादुर घर को छोड़कर अपनी ज्यादातर जमीन या तो बेच चुका था या फिर जुआ में हार गया था। अक्सर इन्हीं सब बातों को लेकर घर के भीतर विवाद होता रहता था। आए दिन सूदखोर भी परिवार पर कर्ज चुकाने के लिए दबाव बनाते रहते थे।
छोटा भाई भी कर्ज के चलते छोड़ चुका है गांव
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इंद्रबहादुर का पूरा परिवार पहले एक साथ ही रहता था। हालांकि कोरोनाकाल में तकरीबन दो साल पहले इंद्रबहादुर के पिता का देहांत हो गया था। पिता की मौत के बाद उसकी मां रजई अक्सर अपनी बेटी के साथ भिलाई में ही रहने लगी थी। ग्रामीण कहते हैं कि इंद्रबहादुर का छोटा भाई जय बहादुर पहले ही अपने परिवार के साथ तकरीबन 10 साल पहले गांव छोड़कर चला गया था। उसके बाद से वह वापस ही नहीं आया। उसने लोगों से इतना कर्ज ले रखा है कि गांव छोड़कर जाने के बाद वह पिता की मौत पर भी वापस नहीं आया।
एक सप्ताह पहले खाई थी जुआ छोड़ने की कसम
इंद्रबहादुर के साले (पत्नी के भाई) ने बताया कि बहन से विवाद होने के बाद जीजा ने एक सप्ताह पहले ही जुआ न खेलने की कसम खाई थी। इसके बाद वह दो दिन जुआ नहीं खेलने गए लेकिन शनिवार को फिर वह जुआ खेलने गए और यह पूरी घटना सामने आई। विवाद के बाद आत्मघाती कदम उठा लिया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद महराजगंज से देवकली पहुंच गए। इस मामले में मृतका सुशीला के भाई विनोद मौर्या पुलिस को तहरीर दी है। इसमें बताया गया कि उनकी बहन सुशीला की शादी विनोद मौर्या से 20 साल पहले हुई थी। शादी के बाद उन्हें पता लगा कि बहनोई जुआ और शराब का आदी है। बहन ने कई बार झगड़े के बाद घरवालों को भी सूचना दी थी। इसी कड़ी में शनिवार को इंद्रबहादुर ने झगड़े के बाद सभी की हत्या कर खुदकुशी कर ली।