सार

स्वामी श्रीराम भद्राचार्य ने रामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से की गई टिप्पणी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है। विनाशकाले विपरीत बुद्धि।

लखनऊ: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों खासा चर्चाओं में हैं। उन पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा है। वहीं दूसरी ओर स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की चौपाइयों पर सवाल उठाते हुए विवाद खड़ा कर दिया है। उनके द्वारा कुछ चौपाईयों को हटाने की बात कही गई है। इस बीच चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी श्री रामभद्राचार्य ने धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन किया है।

'सठिया गए हैं स्वामी प्रसाद मौर्य'

श्री रामभद्राचार्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य सठिया गए हैं। उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है। विनाशकाले विपरीत बुद्धि। इसके अलावा उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री द्वारा हिंदू राष्ट्र को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि हमें यत्न करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कब होगा ये तो भगवान जानते हैं लेकिन हमें कोशिश करनी चाहिए। रामचरितमानस को संसोधित करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि मैं 20 बार कह रहा हूं मैंने संसोधन नहीं किया था। पूछने वाले मूर्खों को संशोधन और संपादन में अंतर ही नहीं समझ आ रहा तो मैं क्या करूं। उन्होंने कहा कि मुकदमा चला तो आरोप ही खारिज हो गए।

स्वामी प्रसाद ने रामचरितमानस पर की थी बैन की मांग

वहीं पाक अधिकृत कश्मीर को बारत में मिलाने को लेकर उनका कहना था कि, पाक अधिकृत कश्मीर हमको मिलना ही चाहिए। इसके लिए मैंने राजस्थान के सालासर बालाजी में 1008 कुंडी हनुमान महायज्ञ किया था। मुझे विश्वास है कि शीघ्र ही पाक अधिकृत कश्मीर हमें मिल जाएगा। लेकिन हिंदू राष्ट्र के लिए हमें थोड़ी प्रतीक्षा और करनी पड़ेगी। इसी के साथ तमाम अन्य मुद्दों को लेकर भी उन्होंने अपने विचारों को रखा। आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस की चौपाईयों को लेकर सवाल उठाया गया था। सवाल उठाने के साथ ही उन्होंने रामचरितमानस पर बैन लगाने तक की बात कह दी थी। जिसके बाद से ही उनका विरोध देखने को मिल रहा है।

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