मिर्जापुर दौरे पर पहुंचे यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद निर्माण पर कड़ी चेतावनी दी। सपा पर मतदाता सूची हेरफेर के आरोप लगाए और 2026 में बंगाल में BJP सरकार बनने का दावा किया।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर मिर्जापुर पहुंचे, लेकिन यह दौरा सिर्फ प्रशासनिक समीक्षा तक ही सीमित नहीं रहा। उनके बयानों ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी। शुरूआत अष्टभुजा गेस्ट हाउस में विभागीय समीक्षा बैठक से हुई, लेकिन पत्रकार वार्ता में उन्होंने पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद शैली के निर्माण पर कड़ी चेतावनी देते हुए कहा “जैसे अयोध्या में अवैध ढांचा ढहा था, वैसे ही पश्चिम बंगाल में भी 2026 में BJP की सरकार बनने के बाद कार्रवाई होगी।”
इसके बाद डिप्टी सीएम विंध्याचल धाम पहुंचे और मां विंध्यवासिनी देवी के दर्शन-पूजन किए।
पश्चिम बंगाल में बाबरी शैली मस्जिद निर्माण पर तीखी चेतावनी
मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में TMC के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद का शिलान्यास किया गया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह कदम प्रदेश में तनाव फैलाने वाला है। उन्होंने कहा- “2026 में पश्चिम बंगाल में BJP की सरकार आने वाली है। वहां जो भी विवादित निर्माण होगा, उसका वही हश्र होगा जो अवैध ढांचे का हुआ था।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार वोटबैंक की राजनीति में लगी है।
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सपा पर मतदाता सूची से लेकर बूथ लूट तक गंभीर आरोप
पत्रकार वार्ता में डिप्टी सीएम ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा “जो लोग मतदाता सूची में गड़बड़ी कर और बूथ लूटकर सत्ता में आते थे, अब वह दौर खत्म हो गया है। SIR व्यवस्था ने चोरी की राजनीति बंद कर दी है।”
उन्होंने अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा “अखिलेश कहते थे अवध जीतकर मगध जीतेंगे, लेकिन वहां भी हार गए। 2047 तक यूपी में उनका नंबर नहीं है।”
जब उनसे ‘सीएम वेटिंग’ वाली टिप्पणी पर सवाल किया गया, तो उन्होंने पलटकर कहा “भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष आप नहीं हैं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बेहतरीन काम कर रही है, इसी से विपक्ष परेशान है।”
हाईकोर्ट ने भी की थी दखल से दूरी
इस बाबरी शैली मस्जिद के शिलान्यास को रोकने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। साथ ही प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए थे। इस फैसले ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को और गरमा दिया है।
विंध्याचल धाम में किए दर्शन
राजनीतिक बयानों के बाद डिप्टी सीएम ने विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासिनी के दर्शन किए और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
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