लखनऊ में खादी महोत्सव-2025 का शुभारंभ मंत्री राकेश सचान ने किया। 160+ स्टॉलों में ग्रामीण उत्पाद प्रदर्शित हुए। खादी बोर्ड ने 3.90 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया और हजारों युवाओं को टूलकिट प्रदान की।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने शुक्रवार को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गोमतीनगर, लखनऊ में 10 दिवसीय ‘खादी महोत्सव-2025’ का भव्य उद्घाटन किया। उन्होंने फीता काटकर, महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर और दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
160 से अधिक स्टॉल, खादी उत्पादों की शानदार प्रदर्शनी
महोत्सव में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 160 से अधिक उद्यमियों और इकाइयों ने अपने स्टॉल लगाए हैं। यहां खादी और ग्रामोद्योग से बने विविध और उत्कृष्ट उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। खादी, जिसे गांधीजी ने स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा कहा था, आज स्वावलंबन, रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती का आधार बन चुकी है।
खादी आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान: मंत्री राकेश सचान
अपने संबोधन में मंत्री राकेश सचान ने कहा कि खादी गांधीजी के स्वावलंबन के विचार से जुड़ी है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में स्वच्छता, स्वदेशी, स्वरोजगार और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत खादी को फिर से राष्ट्रीय पहचान मिल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 18 मंडलों में खादी एवं ग्रामोद्योग की प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं, जिससे ग्रामीण उत्पादों को बड़ा बाजार मिल रहा है। पिछले वर्ष आयोजित 20 प्रदर्शनियों में 2000 से अधिक इकाइयों ने भाग लिया और 44.38 करोड़ रुपये की बिक्री हुई।
3.90 लाख से अधिक लोगों को रोजगार, हजारों युवाओं को टूलकिट
मंत्री सचान ने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने अब तक 3,90,000 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है, जो पिछले वर्ष से 21% ज्यादा है। वर्ष 2025 में 66,640 युवाओं को विभिन्न टूलकिट देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है। दोना मेकिंग मशीन, पॉपकॉर्न मशीन, हनी बॉक्स और इलेक्ट्रिक चाक जैसे उपकरण ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक साबित हो रहे हैं। समारोह में उत्कृष्ट उद्यमियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार और चयनित लाभार्थियों को टूलकिट भी वितरित किए गए।
खादी को युवा पीढ़ी की पहली पसंद बनाने की पहल
प्रमुख सचिव अनिल कुमार सागर ने कहा कि आधुनिक डिजाइन और नई तकनीक की वजह से खादी अब युवाओं की पसंद बन रही है। फैशन शो, निफ्ट जैसी संस्थाओं और डिजाइनर्स की भागीदारी से खादी को नया आधुनिक स्वरूप मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से खादी उत्पादों को राष्ट्रीय और वैश्विक बाजारों तक पहुंचाया जा रहा है, जिससे कारीगरों की आय और पहचान दोनों बढ़ रही हैं। बेहतर गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उत्कृष्ट उद्यमियों को सम्मानित किया गया
कार्यक्रम में मंत्री राकेश सचान ने पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र वितरित किए। राज्य स्तरीय उत्कृष्ट इकाइयों के पुरस्कार इस प्रकार दिए गए-
- प्रथम पुरस्कार (₹40,000): दीपक कुमार, मेरठ
- द्वितीय पुरस्कार (₹30,000): ममता, गोण्डा
- तृतीय पुरस्कार (₹20,000): संजय सिंह, हाथरस


