Krishna Janmashtami 2025 Yogi Adityanath Speech: मथुरा में जन्माष्टमी पर सीएम योगी ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान से लोकमंगल, गौ संरक्षण और सामाजिक एकता का संदेश दिया। जानें उनके संबोधन की प्रमुख बातें और विकास पर उनके विचार।
Yogi Adityanath Krishna Janmabhoomi Visit: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सिर्फ भक्ति का अवसर नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए प्रेरणा का दिन भी है। यही संदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान से दिया। उन्होंने भगवान कृष्ण की जन्मभूमि से लोकमंगल, सामाजिक एकता और राष्ट्रहित के लिए धर्म पथ पर चलने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री योगी सुबह करीब 11:50 बजे मथुरा पहुंचे और ठाकुर केशवदेव व माता योगमाया के दर्शन किए। गर्भगृह में पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उनका संबोधन श्रीकृष्ण के जयकारों से गूंजता रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ब्रजभूमि केवल कृष्ण की लीलाओं का केंद्र नहीं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक भी है।
आध्यात्मिक विरासत और आधुनिक विकास में संतुलन
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि बीते आठ-नौ वर्षों से उन्हें जन्माष्टमी और बरसाना के रंगोत्सव में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, बलदेव और गोवर्धन जैसे स्थलों को तीर्थ स्वरूप पुनर्स्थापित करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश आध्यात्मिक विरासत और आधुनिक विकास दोनों में एक नया प्रतिमान गढ़ रहा है।
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गौ संरक्षण पर विशेष जोर,सामाजिक एकता और पंच प्रण का संदेश
मुख्यमंत्री ने गौ माता को सनातन धर्म का प्रतीक बताते हुए कहा कि राज्य सरकार 16 लाख से अधिक गोवंश का संरक्षण कर रही है। उन्होंने बताया कि गौपालकों को ₹1500 प्रतिमाह की सहायता दी जा रही है। योगी ने यह भी कहा कि गौ माता के संरक्षण के साथ-साथ समाज को जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर बांटने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहना होगा।
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘पंच प्रण’ का उल्लेख करते हुए गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, स्वदेशी को जीवन मंत्र बनाने, विरासत संरक्षण और जवानों के सम्मान पर बल दिया। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं पर तैनात जवानों का सम्मान करना और समाज में एकता कायम रखना ही राष्ट्र के सशक्त भविष्य की नींव है।
ब्रज क्षेत्र में विकास की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने ब्रज तीर्थ विकास परिषद की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था जनप्रतिनिधियों और सरकार के सहयोग से ब्रज क्षेत्र को नए विकास प्रतिमान की ओर अग्रसर कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पांच हजार वर्ष पुरानी इस पौराणिक विरासत को आधुनिक विकास से जोड़ना समय की आवश्यकता है। अपने संबोधन के अंत में योगी आदित्यनाथ ने गंगा, यमुना, गौ माता, गायत्री और पवित्र तीर्थों जैसे सनातन प्रतीकों के सम्मान का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ये प्रतीक हमारी पहचान हैं और इनका संरक्षण हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
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