सार
यूपी के लखीमपुर में अपने भाई से मिलने गए 4 साल के मासूम बच्चे के गाल पर मोहर लगाने का मामला सामने आया है। महिला ने बताया कि जब तक वह पोते के हाथ पर मोहर लगवाती उससे पहले जेलकर्मी ने बच्चे के गाल पर मोहर लगा दी।
लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी के जिला कारागार में बंद नाती से महिला मिलने के लिए गई थी। इस दौरान महिला के साथ 4 साल का पोता भी साथ में था। जैसे ही दादी पोता जेल के अंदर जाने लगे तो गेट पर बैठे जेलकर्मी ने हाथ पर मोहर लगाने की जगह 4 साल के मासूम के गाल पर मोहर लगा दी। इसके बाद बच्चे और महिला को अंदर जाने दिया गया। इसके बाद जब महिला जेल में बंद नाती से मिलकर वापस लौटी तो उसने जेल के अधिकारियों से बच्चे के गाल पर मोहर लगाने का विरोध जताया। जेल अधीक्षक ने मामला सुखिर्यों में आता देख जांच के आदेश दिए हैं।
4 साल के पोते संग जेल गई थी महिला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सदर क्षेत्र के गांव भगवतीपुर निवासी लज्जावती अपने 4 साल के पोते के साथ जेल में बंद नाती से मिलने आई थीं। लज्जावती ने बताया बताया कि वह अकेले ही नाती से मिलने के लिए आ रही थीं। लेकिन उन्हें आता देख 4 साल का पोता योगेश उनके साथ चलने की जिद करने लगा। इस कारण वह योगेश को भी अपने साथ ले गई थीं। लज्जावती ने बताया कि वह करीब 1 बजे जेल पहुंची थी। इस दौरान वह जैसे ही अंदर जाने लगी तो गेट पर बैठ जेलकर्मी ने उनके हाथ पर मोहर लगाई। वहीं जब तक पोता योगेश हाथ आगे बढ़ाता जब तक जेलकर्मी ने उसके गाल पर मोहर लगा दी। गाल पर मोहर लगाते ही 4 वर्षीय योगेश रोने लगा।
जेल अधीक्षक से की मामले की शिकायत
लज्जावती ने बताया कि गेट पर अधिक भीड़ होने के कारण वह बच्चे को चुप कराते हुए अंदर मिलने के लिए चली गई। वहीं वापस लौटने पर जब लज्जावती ने जेलकर्मी से बच्चे के गाल पर मोहर लगाने का विरोध किया तो उसने दोनों को बाहर जाने के लिए बोल दिया। इसके बाद महिला ने जेल के अफसरों से मामले की शिकायत की। वहीं खीरी कांड के आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की रिहाई के समय तमाम मीडिया का मौके पर जमावड़ा था। जहां पर गेट सुरक्षा देखने आए जेल अधीक्षक से भी मामले की शिकायत की। जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया शिकायत के आधार पर जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।