मिशन शक्ति ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा और आत्मविश्वास को नई ऊंचाई दी है। 5 लाख से अधिक महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण मिला, पिंक बूथ–एंटी रोमियो स्क्वाड से छेड़छाड़ में 60% गिरावट आई। 1090 और 112 सेवाओं से त्वरित सहायता सुनिश्चित हुई।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की पहल मिशन शक्ति महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को नई दिशा दे रही है। यह अब सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास और साहस का प्रतीक बन चुका है। जहां पहले महिलाएं घर से अकेले निकलने में असुरक्षित महसूस करती थीं, वहीं आज यूपी महिला सुरक्षा की एक नई पहचान बना चुका है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मरक्षा में सक्षम बनाने की पहल
मिशन शक्ति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और आत्मरक्षा के लिए सक्षम करना है। प्रदेश में अब तक 5 लाख से अधिक महिलाओं को विशेष आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वे किसी भी कठिन परिस्थिति में स्वयं की सुरक्षा कर सकें। हर जिले में फर्स्ट रिस्पॉन्डर नेटवर्क और मिशन शक्ति कमांडो टीमें तैनात हैं, जो आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करती हैं।
शहरी क्षेत्रों में पिंक बूथ और एंटी रोमियो स्क्वाड का असर
शहरों की सड़कों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पिंक बूथ और एंटी रोमियो स्क्वाड ने बड़ी भूमिका निभाई है। छेड़छाड़ और उत्पीड़न के मामलों में 60 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव का संकेत है। महिलाओं के लिए घर, कार्यस्थल, स्कूल और सार्वजनिक परिवहन सभी जगह वातावरण अब अधिक सुरक्षित हुआ है।
घरेलू हिंसा और यौन अपराधों पर तेज कार्रवाई
मिशन शक्ति के तहत घरेलू हिंसा और यौन अपराध जैसे मामलों पर तेज और सख्त कार्रवाई की जा रही है। शिकायत दर्ज कराने से लेकर पीड़िता को सहायता देने तक पूरी प्रक्रिया को संवेदनशील और पारदर्शी बनाया गया है।इससे महिलाओं में यह विश्वास बढ़ा है कि सुरक्षा उनका अधिकार है।
मिशन शक्ति: सरकारी योजना से जनआंदोलन तक का सफर
इस पहल ने महिलाओं में यह भरोसा मजबूत किया है कि वे अपनी सुरक्षा खुद सुनिश्चित कर सकती हैं। महिलाएं अब अधिक आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं और मिशन शक्ति एक बड़े सामाजिक बदलाव का अभियान बन चुका है, जो अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा है।
महिला सुरक्षा के लिए मुख्य उपलब्धियां
ठोस कदम और संरचनात्मक सुधार
- 1663 थानों में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित
- महिला बीट अधिकारी लगातार सक्रिय
- पिंक बूथ और एंटी रोमियो स्क्वाड की नियमित गश्त
- दिसंबर 2024 तक 1.4 करोड़ लोगों को चेतावनी, 32,077 का चालान
सार्वजनिक स्थानों पर बढ़ी सुरक्षा
- 3,972 असामाजिक तत्व गिरफ्तार
- 3 लाख से अधिक लोगों को चेतावनी
- सार्वजनिक स्थानों पर अनुशासन और सुरक्षा में बड़ा सुधार
फर्स्ट रिस्पॉन्डर नेटवर्क
- 1090 वीमेन पावर लाइन की SOS रैपिड रिस्पॉन्स
- 112 इमरजेंसी लाइन से त्वरित पुलिस सहायता
- किसी भी आपात स्थिति में तुरंत संपर्क और सहयोग


