सार
नोएडा प्राधिकरण द्वारा शहर में पहले दो डॉग शेल्टर खोले गए हैं। जिसका उद्देश्य है कि आवारा कुत्तों के साथ-साथ आक्रामक, बीमार व घायल कुत्तों को सुरक्षित आश्रय प्रदान किया जाए।
नोएडा: उत्तर प्रदेश के जिले नोएडा में शहर के आवारा कुत्तों के लिए खास इंतजाम किए गए है। दरअसल शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण ने शहर के दो डॉग शेल्टर खोले हैं। जिसका उद्देश्य आवारा कुत्तों के लिए सुरक्षित आश्रय प्रदान करना था। उनके खाने-पीने, इलाज और रखरखाव के पूरे बंदोबस्त किए गए हैं। शहर की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने शहर में पहले डॉग शेल्टर का उद्घाटन किया। इस डॉग शेल्टर में आवारा कुत्तों को रखा जाएगा।
31 मार्च तक बाकी शेल्टर का निर्माण होगा पूरा
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने आधिकारिक तौर पर सेक्टर 50 और 135 में सुविधाएं खोलीं है। स्थानीय निवासियों के कल्याण संगठनों ने रखरखाव की जिम्मेदारी ली। प्राधिकरण की ओर से सेक्टर 34, 50, 93बी और 135 में कुल चार डॉग शेल्टर का निर्माण किया जाना है। फिलहाल सेक्टर 50 और 135 के डॉग शेल्टर का निर्माण पूरा हो चुका है और इनका उद्घाटन हो चुका है। वहीं बाकी आश्रयों को 31 मार्च तक पूरा किया जाना है।
प्रत्येक आश्रयों में 15 कुत्तों को जाएगा रखा
डॉग शेल्टर को लेकर अधिकारियों का कहना है कि कैनाइन आश्रयों को भोजन प्लेटफार्मों, तत्वों से बचाने के लिए आश्रयों और पानी के टब से सुसज्जित किया गया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जानवरों को हमेशा ताजे पानी तक पहुंच हो। इसके साथ ही आश्रय गृह पालतू जानवरों की नसबंदी और टीकाकरण भी करेंगे। अधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रत्येक आश्रय में 15 कुत्तों को रखा जा सकेगा। उनके स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए एक देखभाल करने वाला और एक पैरा-पशु चिकित्सक दोनों मौजूद रहेंगे।
पहली बार डॉग शेल्टर किए जा रहे हैं संचालित
नोएडा अथॉरिटी के विशेष कार्याधिकारी इंदु प्रकाश का कहना है कि सेक्टर की आरडब्ल्यूए अपने खर्च से डॉग शेल्टर का रखरखाव करेगी। सेक्टर-50 में पहला शेल्टर होम बनकर तैयार हुआ है। इस शेल्टर होम में डॉक्टर रहेगा और वह कुत्तों का इलाज करेंगे। नोएडा प्राधिकरण द्वारा एनसीआर में आरडब्ल्यूए की मदद से पहली बार डॉग शेल्टर संचालित किए जा रहे हैं। बता दें कि इससे संबंधित नोएडा प्राधिकरण और स्थानीय आरडब्ल्यूए के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं।