सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक तरफ ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए चुनावी रणनीति बना रहे हैं। दूसरी ओर उनकी ही पार्टी के नेता ब्राह्मण विरोधी बयान देकर से अखिलेश यादव की नीतियों पर पानी फेरते हुए नजर आ रहे। आपको बता दें कि सपा अध्यक्ष की पार्टी के बड़े ब्राह्मण नेताओं के साथ हुई मीटिंग के 4 दिन बाद ही सुल्तानपुर में इसौली सीट से सपा विधायक अबरार अहमद ने विवादित और ब्राह्मण विरोधी बयान दिया। उन्होंने ब्राह्मण और क्षत्रियों को चोर बताया।
उपमुख्यमंत्री और चुनाव समिति के सदस्य डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि चुनाव संचालन और उम्मीदवारों को लेकर बैठक में मंथन हुआ। पार्टी निष्ठावान, जनता में स्वीकार्यता वाले जिताऊ चेहरों को टिकट देगी। भाजपा में पहले और दूसरे चरण के प्रत्याशियों को लेकर मंथन का सिलसिला शुरू हुआ है। अब दिल्ली में तीन दिनों तक मैराथन मंथन होगा।
यह चप्पल काशी विश्वनाथ मंदिर के कारिडोर में स्थित खादी की दुकानों में उपलब्ध होंगे। इस चप्पलों को श्रद्धालु और मंदिर के कर्मचारी उपयोग में ला सकते हैं नंगे पांव मंदिर प्रांगण प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। 14 जनवरी से (केबीआईसी) हस्तनिर्मित कागज की चप्पल की बिक्री शुरू हो जायेगी। इन चप्पलों के इस्तेमाल के बाद इसे फेंका भी जा सकता है।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि सरकार द्वारा पशुओं के रखरखाव के लिए जितनी राशि खर्च की जाती है, वह पशुओं तक पहुंचने की बजाय योगी सरकार के अधिकारियों और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच बंटती रही है। आज छुट्टा जानवरों के आतंक से परेशान प्रदेश का किसान खेतों की तारबंदी करने पर मजबूर हैं।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि लाखों की संख्या में भक्त आ रहे हैं ऐसे में कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए अगले आदेश तक प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अब केवल भक्तों को झांकी दर्शन ही बाबा का प्राप्त होगा।
हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए इमरान मसूद पर अब कानूनी शिकंजा कस गया है। इमरान मसूद पर अंबाला रोड पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बिना अनुमति बैठक करने को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उन पर आचार संहिता के उल्लंघन और कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने का आरोप है।
मंगलवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, महामंत्री संगठन सुनील बंसल, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह भी बैठक में शामिल होंगे।
सपा संरक्षक ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के बड़े नेता सपा की लाल टोपी से डर गए हैं। साथ ही सभी कार्यकर्ताओं को खुश करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों को टिकट नहीं मिलता वो दुखी ना हो बल्कि और मेहनत से कोशिश करें। साथ ही कहा कि आप लोगों को लाल टोली मिल गई है इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती है।
सोमवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर टिकट के दावेदारों और समर्थकों की भीड़ लगी रही। इस बीच अखिलेश यादव ने एक-एक कर टिकट के दावेदारों से मुलाकात की है। दोपहर बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि भाजपा के सबसे बड़े नेता सपा की लाल टोपी से डर गए हैं। उनका इशारा PM मोदी की तरफ था।
बता दें कि मुजीब अहमद राजनीति का कोई बड़ा चेहरा नहीं थे। बीएसपी में भी इन्हें कोई न जानता था, न पहचानता था। 2017 का विधानसभा चुनाव इनके लिए संजीवनी बना। वो बसपा से टिकट लेकर सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ने पहुंचे पानी की तरह पैसा बहाया क्षेत्र में ताबड़तोड़ उनकी गाड़ियां दौड़ीं। तब लोगों ने जाना कि यह मुजीब हैं। करीब डेढ़-दो महीने तक वो क्षेत्र में डटे रहे और चुनाव में मिली हार के बाद वो गायब हुए तो पांच साल बाद अब वापस लौटे हैं।