21 मार्च को ऑनलाइन जनरल में प्रकाशित रिसर्च पेपर संकट की इस घड़ी में भारतीयों के लिए उम्मीद जगा रहा है। एक्सपर्ट ने अपने रिसर्च में भारत, इटली, यूएसए, नेपाल व चीन के वुहान शहर के मरीजों पर केस स्टडी की। इसमें वुहान के दो मरीज की हिस्ट्री ली गई है।
सपा के संस्थापक सदस्य रहे बेनी प्रसाद वर्मा और मुलायम सिंह यादव के बीच अनूठा रिश्ता ताउम्र रूठने- मानने का रहा। वर्ष 2009 में समाजवादी पार्टी से नाराज होकर बेनी कांग्रेस में गए। मनमोहन सरकार में मंत्री बने। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव हार जाने के बाद उनका कांग्रेस से मोह भंग हुआ। भाजपा में जाने की चर्चाएं भी चलीं, लेकिन मुलायम के एक बार कहने पर बेनी सपा में वापस लौट आए।
केंद्र में इस्पात मंत्री रह चुके 79 वर्षीय बुजुर्ग समाजवादी नेता बेनी प्रसाद वर्मा को डेढ़ माह में दो बार इलाज के लिए भर्ती कराया गया जा चुका था। उन्हें पैंक्रिटाइटिस की समस्या थी। डॉक्टरों ने पैंक्रियाज में कैंसर की संभावना जताई थी। वह गठिया के साथ-साथ गुर्दे की बीमारी से भी पीड़ित थे। शुक्रवार दोपहर वह बेहोशी की हालत में लाए गए थे, डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया मगर, शाम साढ़े छह बजे उनका निधन हो गया।
पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया के करीबी ग्राम प्रधान ने जरूरतमंदो को वितरित करने के लिए प्रतिदिन 200 लीटर दूध देने के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा है। ग्राम प्रधान ने लॉकडाउन तक प्रतिदिन 200 लीटर दूध लोगों में बांटने के लिए जिला प्रशासन को देने की बात कही है।
राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम करेगा, राज्य के निवासी यहां मदद मांग सकते हैं। जिन्हें भी दिक्कत आ रही है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 11 समितियों का गठन किया है। इन समितियों में अलग-अलग विभाग के प्रमुख सचिव और अन्य अधिकारी शामिल है। इन्हें लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सामान को पहुंचाने और सुविधाए प्रदान करवाने के साथ-साथ मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। समिति हर 3 दिन पर सीएम योगी को रिपोर्ट देगी।
यूपी पुलिस की महिला व पुरुष कर्मी जरूरतमंदों में बांटने के लिए खुद से खाना बना रहे हैं। मानवीयता की मिसाल पेश करने वाला यूपी पुलिस के चेहरा लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना है। लॉकडाउन होने के बाद से प्रयागराज के जोन कार्यालय में तकरीबन 2 दर्जन महिला व पुरुष पुलिसकर्मी जरूरतमंदों के लिए खाना बना रहे हैं
उत्तर प्रदेश पुलिस लॉकडाउन में लोगों की मदद के लिए काफी तत्पर नजर आरही है। लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा किए जा रहे मदद के कार्यों की सराहना भी हो रही है। किसी भी परेशानी के लिए लोग इमरजेंसी सर्विस यूपी 112 डायल कर के मदद ले रहे हैं। अब पुलिस की ओर से एक नया नंबर जारी किया गया है
इंसानियत का अनोखा उदाहरण सामने आया है। दो माह पहले मायके गई महिला के पति की अकस्मात मौत हो गई। उसे सूचना मिली लेकिन वह लॉकडाउन के कारण घर नहीं जा पा रही थी। उसने पुलिस से मदद मांगी। जिसके बाद पुलिस ने महिला को खुद से गाड़ी की व्यवस्था कराकर उसके घर पहुंचाया
लखनऊ(Uttar Pradesh ). देश में फैल रहे कोरोना वायरस के खौफ और लॉकडाउन से लोगों के मुंह से छिने निवाले की दास्तां दिल को झकझोर देने वाली है। सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन की घोषणा की है। सरकार ने इस फैसले से लोगों को दिक्क्तें न हो इसके लिए काफी प्रयास किए हैं लेकिन बावजूद इसके लॉकडाउन में रोजाना की कमाई पर गुजर-बसर करने वाले लोगों का बुरा हाल है। प्रदेश से बाहर रहकर रोजी-रोटी कमाने वाले लोग इस समय काफी संकट में हैं। काम बंद होने से भुखमरी की कगार पर हैं। लिहाजा वह अपने घर पैदल ही लौट रहे हैं।