मुस्लिम महिलाओं के चुनाव लड़ने और सियासत में आने को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ है। अहमदाबाद की जामा मस्जिद के इमाम ने यह बयान देकर इसकी शुरुआत की कि मुस्लिम महिलाओं का चुनाव लड़ना शरीयत के मुताबिक मुनासिब नहीं है। इसका समर्थन बरेलवी मुस्लिम मौलाना ने भी करके अब बहस को आगे बढ़ा दिया है।